नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी होने की खबरें सामने आई है. बाढ़ प्रभावित केरल और कर्नाटक में स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. इन दोनों राज्य में मृतकों की संख्या बुधवार को 164 तक पहुंच गई. ओडिशा में 9 लोगों की मौत हुई है.
कर्नाटक में 61लोगों की मौत हुई है, जबकि 15 लोगों के लापता होने की सूचना है. केरल में 103 लोगों की मौत हुई है, जबकि 29 लोग लापता हुए हैं. महाराष्ट्र में 50 से ज्यादा के मरने की सूचना है.
कर्नाटक के हसन जिले में चार और शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर बुधवार को 61 हो गई.
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और सेना की संयुक्त टीम ने अब तक करीब 6.98 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
ओडिशा में बाढ़ की आशंका
जल संसाधन सचिव पीके जेना ने बताया कि ओडिशा के महानदी क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से नदी में 'मध्यम बाढ़' की स्थिति बन सकती है.
11 जिलों में अलर्ट
ओडिशा में महानदी नदी के निचले इलाके में हुई भारी बारिश के बाद सरकार ने बुधवार को 11 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है.
विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी ने बताया कि बोलांगीर, सुवर्णपुर, बौध, अंगुल, नायकगढ़, कटक, खोरधा, जगतसिंहपुर, पुरी, केंद्रपाड़ा और जाजपुर में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.
पढ़ें: गृह मंत्री ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया
केरल में रेड अलर्ट
केरल में कई निचले क्षेत्रों में पानी भरा हुआ है और राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 103 हो गयी है.
केरल के तीन जिलों मल्लापुरम, कन्नूर और कोझिकोड में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों को पिछले सप्ताह भूस्खलन और बाढ़ का सामना करना पड़ा था.
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि केरल के पत्तनमतिट्टा जिले में कल रात से भारी बारिश हो रही है और वहां सतर्कता बढ़ा दी गई है.
भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए 11 जिलों के शैक्षणिक संस्थानों में बुधवार को छुट्टी दे दी गई थी.
सीएम विजयन ने मांगी मदद
मुख्यमंत्री पी विजयन ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने की कोशिश कर रही है.
विजयन ने लोगों से मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में भी सभी मतभेदों से ऊपर उठकर चंदा देने की अपील की.
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ और भूस्खलन की वजह से विस्थापित हुए 1.89 लाख लोग 1,118 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. यहां 1,057 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 11,159 घरों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है.
पढ़ें: देश के चार राज्यों में बाढ़ से गंभीर हालात, गृह मंत्री अमित शाह करेंगे हवाई सर्वे
कोल्हापुर और सांगली प्रभावित
महाराष्ट्र में बाढ़ से मरनेवालों की संख्या बुधवार को 50 हो गई. कोल्हापुर और सांगली मूसलाधार बारिश और बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
पुणे संभाग के आयुक्त दीपक महाइसकर ने कहा कि मृतकों की संख्या 50 पहुंच गई है और तीन लोग अब भी लापता हैं. मंगलवार तक कोल्हापुर और सांगली में 6.45 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि राहत कार्य तेजी से होने की वजह से कोल्हापुर में जीवन सामान्य हो रहा है. मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद करीब 3,000 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है. बुधवार को मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद तीन लोगों की मौत की खबर है.
नर्मदा, क्षिप्रा, बेतवा, ताप्ती, तावा, चंबल और पार्वती नदियां उफान पर है. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को गुजरात के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है.
गुजरात में भारी बारिश की आशंका
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ क्षेत्रों में गुरुवार को भारी बारिश हो सकती है.