नई दिल्ली: नई सरकार बनने के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक 12 जून को होने जा रही है. इस बैठक में सभी 57 केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है. इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. सूत्रों ने यह जानकारी दी.
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में अगले पांच साल के लिए सरकार की कार्य योजना तैयार करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा और मोदी इस संबंध में मंत्रियों को जानकारी देंगे.
उन्होंने बताया कि इसी दिन केंद्रीय मंत्रिमंडल की भी बैठक होगी. पिछले सरकार में भी नियमित रूप से मंत्रिपरिषद की बैठक होती थी और प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में और लोगों को इस बारे में कैसे जागरूक किया जाए, इसके बारे में जानकारी देते थे.
इससे पहले मंत्रिमंडल की संसदीय मामलों की नवगठित समिति ने नयी लोकसभा के पहले सत्र से पहले शुक्रवार को यहां अपनी बैठक की. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर यह बैठक हुई. सिंह ने बैठक की अध्यक्षता की.
गृह मंत्री अमित शाह उन मंत्रियों में शामिल थे जो इस बैठक में शामिल हुए. 17 जून से शुरू हो रहे संसद के सत्र से पहले यह बैठक हुई है.
समझा जाता है कि समिति ने इस बैठक में अस्थायी अध्यक्ष, 19 जून को अध्यक्ष के चुनाव, पांच जुलाई को केंद्रीय बजट को पेश करने जैसे विषयों पर चर्चा की. अस्थायी अध्यक्ष नये सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलायेंगे. सत्र 26 जुलाई तक चलेगा.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इससे पहले कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनसे संसद के सत्र के सुचारू कामकाज के लिए उनकी पार्टी का सहयोग मांगा.
गांधी के निवास पर जोशी का जाना सरकार द्वारा विपक्ष को साथ लेकर चलने की कवायद का हिस्सा है. सूत्रों के अनुसार जोशी और गांधी की यह बैठक करीब 15 मिनट चली.
जोशी ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और सदन में द्रमुक के नेता टी आर बालू से भी भेंट की.
सरकार बजट पेश करने के अलावा दस अध्यादेशों को कानून का रूप देने की भी योजना बना रही है. उसमें तीन तलाक पर रोक वाला अध्यादेश भी शामिल है.