नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने 'जम्मू कश्मीर में चीन की मदद से अनुच्छेद 370 को बहाल' किये जाने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के बयान पर हैरानी जताई है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 पर फारूक अब्दुल्ला का बयान केंद्र शासित प्रदेश की जनता में वास्तविकता से दूर उम्मीदें पैदा करने और अस्वीकार्य करने वाला है.
कर्ण सिंह ने कहा- समझ सकता हूं उनकी हताशा
जम्मू कश्मीर के पूर्व महाराजा कर्ण सिंह ने एक बयान में कहा, 'मेरे पुराने मित्र फारूक अब्दुल्ला ने यह हैरान करने वाला बयान दिया है कि चीन की मदद से अनुच्छेद 370 बहाल होगा. मैं उनके एक साल तक हिरासत में रहने समेत कई हालिया घटनाक्रमों से उनके गुस्से और हताशा को समझ सकता हूं. बहरहाल, उनका बयान पूरी तरह अस्वीकार्य है.'
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महबूबा मुफ्ती की रिहाई का किया स्वागत
कर्ण सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रिहाई का स्वागत करते हुए कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के मजबूत होने की उम्मीद है. इससे पहले मीडिया में आई खबरों के मुताबिक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा था कि जहां तक चीन का सवाल है, मैंने तो कभी चीन के राष्ट्रपति को यहां बुलाया नहीं. हमारे प्रधानमंत्री ने उन्हें गुजरात में बुलाया, झूले पर भी बिठाया, चेन्नई भी ले गए, वहां भी उन्हें खूब खिलाया, मगर उन्हें वह पसंद नहीं आया और उन्होंने अनुच्छेद 370 को लेकर कहा कि हमें यह कबूल नहीं है और जब तक आप अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं करेंगे, हम रुकने वाले नहीं हैं. अल्लाह करे कि उनके इस जोर से हमारे लोगों को मदद मिले और अनुच्छेद 370 और 35ए बहाल हो.