श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की बहन और बेटी समेत महिला प्रदर्शनकारियों को यहां बुधवार शाम को एक अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया. इन्हें प्रदर्शन मार्च के बाद मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल्ला की बहन सुरैया, बेटी साफिया और 11 अन्य महिलाओं ने आपराधिक दंड संहिता की धारा 107 के तहत 10,000 रुपये का निजी मुचलका और 40,000 रुपये की जमानत भरते हुए आश्वासन दिया कि वे शांति बनाए रखेंगे.
उन्होंने बताया कि श्रीनगर केंद्रीय कारागार में बंद महिलाओं को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा जमानत दिए जाने के बाद बुधवार शाम को करीब छह बजे रिहा किया गया.
बता दें कि मंगलवार को महिला प्रदर्शनकारियों के एक समूह का नेतृत्व कर रहीं अब्दुल्ला की बहन सुरैया और उनकी बेटी साफिया को पुलिस ने पहले हिरासत में ले लिया, और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के कवरेज के लिए आए मीडियाकर्मियों को भी रोका. प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि हम कश्मीर की महिलाएं भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 और 35A को हटाए जाने तथा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के एकतरफा फैसले को अस्वीकार करते हैं.
पढ़ें- J-K : फारूक अब्दुल्ला की बहन-बेटी समेत छह गिरफ्तार, कर रहे थे प्रदर्शन
वहीं, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बांह पर काली पट्टी बांधकर तख्तियां पकड़े प्रदर्शन कर रहीं इन महिलाओं को इसकी इजाजत नहीं दी थी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक लौट जाने के लिए कहा. पुलिस के मुताबिक अनुरोध के बावजूद महिलाओं ने लौटने से इनकार कर दिया और प्रदर्शन जारी रखते हुए धरना देने की कोशिश की.