केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने पर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारी मर्जी के खिलाफ है. हम चाहते थे कि कृषि कानूनों को लागू किया जाए, न कि इसे पर रोक लगाई जाए, लेकिन हम कोर्ट के फैसले का सम्मान और स्वागत करते हैं. हम एससी द्वारा गठित समिति के निर्णय को स्वीकार करेंगे.
कृषि कानून गतिरोध : समिति के सामने पेश होने से किसानों का इनकार - सुप्रीम कोर्ट

18:51 January 12
17:50 January 12
कृषि कानून के समर्थक हैं समिति के सदस्य : संयुक्त मोर्चा
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि हमने कल ही कहा था कि हम ऐसी किसी समिति के समक्ष उपस्थित नहीं होंगे. हमारा आंदोलन हमेशा की तरह आगे बढ़ेगा. इस समिति के सभी सदस्य सरकार समर्थक हैं और सरकार के कानूनों को सही ठहरा रहे हैं.
14:54 January 12
समिति को स्वीकार करने से कर दिया था इनकार
किसान नेता दर्शन पाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कल रात एक प्रेस नोट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि हम मध्यस्थता के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित किसी भी समिति को स्वीकार नहीं करेंगे. हमें विश्वास था कि केंद्र अपने कंधों से बोझ हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से एक समिति का गठन करेगा.
14:41 January 12
MSP की गारंटी के लिए बने कानून
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मीडिया से बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि हमारा विरोध जारी रहेगा. हम मांग कर रहे हैं कि सरकार तीन कानूनों को निरस्त करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए भी एक कानून बनाया जाए. उन्होंने कहा कि बिल वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं.
13:30 January 12
पंजाब वेड्स दिल्ली... किसान 26 जनवरी को निकालेंगे बारात!

तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर लगातार किसानों का प्रदर्शन जारी है. इसके लिए किसान अपना विरोध जाहिर करने के लिए तरह-तरह के प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में सोमवार को कुछ पंजाबी युवाओं ने अपना विरोध जाहिर करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया. ये युवा किसान पंजाब वेड्स दिल्ली का पम्पलेट अपनी गाड़ी पर लगा कर घूम रहे हैं.किसी की शादी होती है तो बराती गाड़ियों पर दूल्हे और दुल्हन का नाम लिखे पंप्लेट लगे होते हैं. ये ट्रेंड आमतौर पर उत्तर भारत के कई राज्यों में देखने को मिल जाएगा, लेकिन आंदोलनकारी युवाओं ने अपनी गाड़ियों पर पंजाब वेड्स दिल्ली का पंप्लेट लगा कर ये संदेश देने की कोशिश की है कि 26 जनवरी को किसान बरात निकालकर दिल्ली जीतेंगे.
09:43 January 12
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 48वें दिन भी जारी है एक प्रदर्शनकारी ने कहा सुप्रीम कोर्ट से तो उम्मीद है मगर सरकार से उम्मीद नहीं है क्योंकि अगर सरकार चाहती तो यह फैसला अब तक हो गया होता.
09:29 January 12
कृषि कानूनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप पर क्या बोले चंडीगढ़ के किसान?
कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान कानूनों में किसी भी तरह के बदलाव को लेकर सहमत नहीं है, किसानों को साफ तौर पर कहना है कि कृषि कानून वापस होने चाहिए. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की तरफ सरकार को लगाए फटकार किसान नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है.किसानों का कहना है कि वे सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का स्वागत करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए कि जो कानून किसानों के लिए लाए गए हैं. अगर किसान उन्हें स्वीकार नहीं करना चाहता तो केंद्र सरकार उन्हें वापस क्यों नहीं ले रही.
09:26 January 12
पंजाब के किसान ने खाया जहर, अस्पताल में दम तोड़ा
तीन कृषि कानूनों के विरोध में जहर खाने वाले एक और किसान की मौत हो गई है. लाभ सिंह ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. लाभ सिंह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले थे. जिन्होंने कल सिंघु बॉर्डर पर जहर खाया था. किसान लाभ सिंह को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. बता दें कि इससे पहले भी कई किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं.
सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर अबतक 11 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. फिलहाल पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमोर्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया है. वहीं इससे पहले टीकरी बॉर्डर पर पंजाब के मुक्तसर जिले के रहने वाले 60 साल के जगदीश की भी मौत हुई थी. बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान जगदीश की मौत हुई थी. टिकरी बॉर्डर पर अभी तक 14 किसान अपनी जान गवां चुके हैं.
07:32 January 12
आज भिवानी में ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल करेंगे किसान संगठन
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे किसानों का आंदोलन 48वें दिन भी जारी है. किसान कड़कड़ाती ठंड में भी दिल्ली के बॉर्डरों पर डटे हैं. अब किसानों की ओर से गणतंत्र दिवस की परेड पर राजपथ पर ट्रैक्टर परेड निकालने की तैयारी तेज कर दी गई है. इसी कड़ी में भिवानी में भी किसान ट्रैक्टर परेड की तैयारियों में जुट गए हैं. दिल्ली में राजपथ पर होने वाली ट्रैक्टरों की परेड से पहले आज भिवानी में किसान संगठन ट्रैक्टर रैली निकाल कर रिहर्सल करेंगे. अभी सरकार के लिए राहत की बात ये है कि फिलहाल किसी नेता या गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के विरोध का कोई एलान नहीं किया गया है.
आज ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल करेंगे किसान संगठन
दरअसल, सोमवार को जाट धर्मशाला में किसान संगठनों की प्रेस वार्ता हुई, जिसमें ट्रैक्टर रिहर्सल रैली को लेकर जानकारी दी गई. इस दौरान किसान नेता गंगाराम श्योराण, विकास सिसर और राकेश आर्य ने बताया कि उनकी आगामी रणनीति पीछे हटने की नहीं है.
07:31 January 12
तीन कृषि कानूनों के विरोध में फिर एक किसान ने आत्महत्या की कोशिश की. सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के रहने वाले एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की. जहर खाने वाला किसान पंजाब के लुधियाना का रहने वाला है. किसान का नाम लाभ सिंह है और उम्र 50 साल बताई गई है.
किसान की हालत नाजुक हालत
किसान लाभ सिंह को अभी निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार किसान की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. बता दें कि इससे पहले भी कई किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं.
07:21 January 12
किसानों के मुद्दों पर अभय चौटाला ने दिया 'सशर्त' इस्तीफा
पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पोते और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय चौटाला ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष को 'सशर्त' इस्तीफा पत्र भेजा. उन्होंने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार अगर 26 जनवरी तक नए कृषि कानूनों को निरस्त करने में विफल रही तो हरियाणा विधानसभा से उनका इस्तीफा माना जाए.
वह विधानसभा में एकमात्र इनेलो विधायक हैं. मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली राज्य की भाजपा सरकार में उनकी पार्टी से टूटा गुट जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) हम गठबंधन सहयोगी है. जेजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पिछले 47 दिनों से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर धरना दे रहे किसानों के मुद्दे पर जनता में उदासीन हैं, चुप्पी साधे हुए हैं. इनेलो और जेजेपी मुख्य रूप से ग्रामीण जाट समुदाय केंद्रित पार्टी है, जिसके किसान कोर वोट बैंक हैं। जाट, एक प्रमुख कृषक समुदाय है, जिसकी राज्य में आबादी 28 प्रतिशत है.
07:07 January 12
किसान आंदोलन लाइव अपडेट
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन कड़ाके की सर्दी और बारिश के बीच भी जारी है. किसान इन कानूनों का 'काला कानून' करार देते हुए 48 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि इन्हें रद्द करवाया जा सके.
18:51 January 12
केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने पर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारी मर्जी के खिलाफ है. हम चाहते थे कि कृषि कानूनों को लागू किया जाए, न कि इसे पर रोक लगाई जाए, लेकिन हम कोर्ट के फैसले का सम्मान और स्वागत करते हैं. हम एससी द्वारा गठित समिति के निर्णय को स्वीकार करेंगे.
17:50 January 12
कृषि कानून के समर्थक हैं समिति के सदस्य : संयुक्त मोर्चा
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि हमने कल ही कहा था कि हम ऐसी किसी समिति के समक्ष उपस्थित नहीं होंगे. हमारा आंदोलन हमेशा की तरह आगे बढ़ेगा. इस समिति के सभी सदस्य सरकार समर्थक हैं और सरकार के कानूनों को सही ठहरा रहे हैं.
14:54 January 12
समिति को स्वीकार करने से कर दिया था इनकार
किसान नेता दर्शन पाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कल रात एक प्रेस नोट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि हम मध्यस्थता के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित किसी भी समिति को स्वीकार नहीं करेंगे. हमें विश्वास था कि केंद्र अपने कंधों से बोझ हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से एक समिति का गठन करेगा.
14:41 January 12
MSP की गारंटी के लिए बने कानून
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मीडिया से बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि हमारा विरोध जारी रहेगा. हम मांग कर रहे हैं कि सरकार तीन कानूनों को निरस्त करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए भी एक कानून बनाया जाए. उन्होंने कहा कि बिल वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं.
13:30 January 12
पंजाब वेड्स दिल्ली... किसान 26 जनवरी को निकालेंगे बारात!

तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर लगातार किसानों का प्रदर्शन जारी है. इसके लिए किसान अपना विरोध जाहिर करने के लिए तरह-तरह के प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में सोमवार को कुछ पंजाबी युवाओं ने अपना विरोध जाहिर करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया. ये युवा किसान पंजाब वेड्स दिल्ली का पम्पलेट अपनी गाड़ी पर लगा कर घूम रहे हैं.किसी की शादी होती है तो बराती गाड़ियों पर दूल्हे और दुल्हन का नाम लिखे पंप्लेट लगे होते हैं. ये ट्रेंड आमतौर पर उत्तर भारत के कई राज्यों में देखने को मिल जाएगा, लेकिन आंदोलनकारी युवाओं ने अपनी गाड़ियों पर पंजाब वेड्स दिल्ली का पंप्लेट लगा कर ये संदेश देने की कोशिश की है कि 26 जनवरी को किसान बरात निकालकर दिल्ली जीतेंगे.
09:43 January 12
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 48वें दिन भी जारी है एक प्रदर्शनकारी ने कहा सुप्रीम कोर्ट से तो उम्मीद है मगर सरकार से उम्मीद नहीं है क्योंकि अगर सरकार चाहती तो यह फैसला अब तक हो गया होता.
09:29 January 12
कृषि कानूनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप पर क्या बोले चंडीगढ़ के किसान?
कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान कानूनों में किसी भी तरह के बदलाव को लेकर सहमत नहीं है, किसानों को साफ तौर पर कहना है कि कृषि कानून वापस होने चाहिए. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की तरफ सरकार को लगाए फटकार किसान नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है.किसानों का कहना है कि वे सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का स्वागत करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए कि जो कानून किसानों के लिए लाए गए हैं. अगर किसान उन्हें स्वीकार नहीं करना चाहता तो केंद्र सरकार उन्हें वापस क्यों नहीं ले रही.
09:26 January 12
पंजाब के किसान ने खाया जहर, अस्पताल में दम तोड़ा
तीन कृषि कानूनों के विरोध में जहर खाने वाले एक और किसान की मौत हो गई है. लाभ सिंह ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. लाभ सिंह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले थे. जिन्होंने कल सिंघु बॉर्डर पर जहर खाया था. किसान लाभ सिंह को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. बता दें कि इससे पहले भी कई किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं.
सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर अबतक 11 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. फिलहाल पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमोर्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया है. वहीं इससे पहले टीकरी बॉर्डर पर पंजाब के मुक्तसर जिले के रहने वाले 60 साल के जगदीश की भी मौत हुई थी. बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान जगदीश की मौत हुई थी. टिकरी बॉर्डर पर अभी तक 14 किसान अपनी जान गवां चुके हैं.
07:32 January 12
आज भिवानी में ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल करेंगे किसान संगठन
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे किसानों का आंदोलन 48वें दिन भी जारी है. किसान कड़कड़ाती ठंड में भी दिल्ली के बॉर्डरों पर डटे हैं. अब किसानों की ओर से गणतंत्र दिवस की परेड पर राजपथ पर ट्रैक्टर परेड निकालने की तैयारी तेज कर दी गई है. इसी कड़ी में भिवानी में भी किसान ट्रैक्टर परेड की तैयारियों में जुट गए हैं. दिल्ली में राजपथ पर होने वाली ट्रैक्टरों की परेड से पहले आज भिवानी में किसान संगठन ट्रैक्टर रैली निकाल कर रिहर्सल करेंगे. अभी सरकार के लिए राहत की बात ये है कि फिलहाल किसी नेता या गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के विरोध का कोई एलान नहीं किया गया है.
आज ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल करेंगे किसान संगठन
दरअसल, सोमवार को जाट धर्मशाला में किसान संगठनों की प्रेस वार्ता हुई, जिसमें ट्रैक्टर रिहर्सल रैली को लेकर जानकारी दी गई. इस दौरान किसान नेता गंगाराम श्योराण, विकास सिसर और राकेश आर्य ने बताया कि उनकी आगामी रणनीति पीछे हटने की नहीं है.
07:31 January 12
तीन कृषि कानूनों के विरोध में फिर एक किसान ने आत्महत्या की कोशिश की. सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के रहने वाले एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की. जहर खाने वाला किसान पंजाब के लुधियाना का रहने वाला है. किसान का नाम लाभ सिंह है और उम्र 50 साल बताई गई है.
किसान की हालत नाजुक हालत
किसान लाभ सिंह को अभी निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार किसान की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. बता दें कि इससे पहले भी कई किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं.
07:21 January 12
किसानों के मुद्दों पर अभय चौटाला ने दिया 'सशर्त' इस्तीफा
पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पोते और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय चौटाला ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष को 'सशर्त' इस्तीफा पत्र भेजा. उन्होंने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार अगर 26 जनवरी तक नए कृषि कानूनों को निरस्त करने में विफल रही तो हरियाणा विधानसभा से उनका इस्तीफा माना जाए.
वह विधानसभा में एकमात्र इनेलो विधायक हैं. मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली राज्य की भाजपा सरकार में उनकी पार्टी से टूटा गुट जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) हम गठबंधन सहयोगी है. जेजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पिछले 47 दिनों से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर धरना दे रहे किसानों के मुद्दे पर जनता में उदासीन हैं, चुप्पी साधे हुए हैं. इनेलो और जेजेपी मुख्य रूप से ग्रामीण जाट समुदाय केंद्रित पार्टी है, जिसके किसान कोर वोट बैंक हैं। जाट, एक प्रमुख कृषक समुदाय है, जिसकी राज्य में आबादी 28 प्रतिशत है.
07:07 January 12
किसान आंदोलन लाइव अपडेट
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन कड़ाके की सर्दी और बारिश के बीच भी जारी है. किसान इन कानूनों का 'काला कानून' करार देते हुए 48 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि इन्हें रद्द करवाया जा सके.