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अब बचेगा पानी और नहीं डूबेंगी फसलें, किसान ने निकाला वॉटर रिचार्ज का ये नया तरीका - करनाल

पानी की कमी व साथ ही साथ बाढ़ और फसलों के डूबने से किसानों को बचाने के लिए करनाल के रमाना रमानी गांव के रहने वाले एक किसान ने अनूठा तरीका अपनाया है. जानें क्या है उनके उपाय...

करनाल के किसान ने निकाला वॉटर रिचार्ज का नया तरीका
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Published : Jul 17, 2019, 10:13 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के करनाल में घटते जलस्तर को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार भी कई प्रकार के विशेष अभियान चला रही है और किसानों व आमजन को जागृत करने में लगी है. लेकिन बावजूद इसके हालात जस के तस बने हुए हैं. वहीं इसी बीच करनाल के गांव रमाना रमानी के रहने वाले किसान भजन लाल कम्बोज ने पानी को बचाने और पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वाटर रिचार्ज करने का एक नया तरीका निकाला है.

दरअसल, भजन लाल ने पानी की समस्या से निजात पाने के लिए वॉटर रिचार्ज सिस्टम का तरीका निकाला है.

ऐसे काम करता है ये वॉटर रिचार्ज सिस्टमः
भजनलाल जब बारिश के कारण फसलों के डूबने से परेशान थे तब उन्हें ये आइडिया आया. भजन लाल ने बताया कि जमीन की सतह से 4 फुट नीचे बोरिंग के चारों तरफ ईंटों का कुआं बनेगा. बोरिंग के चारों तरफ जाल लगेगा. उसके ऊपर मच्छरदानी नुमा फिल्टर को लगाया जाएगा.

करनाल के किसान ने निकाला वॉटर रिचार्ज का नया तरीका, देखें वीडियो....

इस पानी को जमीन के अंदर भेजा जाएगा. इसका फायदा ये होगा कि जमीन का जलस्तर ऊपर आएगा, ऊपर फिल्टर लगने से बोरिंग के अंदर किसी भी प्रकार का गंदा पानी व कोई भी कीड़ा नहीं जा सकेगा. वर्षा का पानी नीचे जाने से पानी की क्वालिटी भी सुधरेगी और इस तरह से वॉटर रिचार्ज होता जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर 65 से 70 हजार रुपये तक का खर्चा आता है. किसान भजनलाल ने सरकार से इस प्रोजेक्ट पर सब्सिडी देने की मांग की है ताकि कोई भी किसान आसानी से अपने खेत में इसे लगा सके.

पढ़ेंः 'जल पुरुष' राजेंद्र सिंह एक्सक्लुसिव: 'सरकार और समाज को मिलकर करना होगा जल संकट का सामना'

कृषि विभाग ने किसान की पहल को सराहाः
इस प्रोजेक्ट को कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य दहिया ने एक अच्छी पहल बताया. उन्होंने कहा कि किसान की ये पहल बेहद सराहनीय है और बाकी लोगों को भी इन तरीकों को अपनाना चाहिए. ऐसा करने से पानी की बचत होगी और बारिश के पानी का बेहतर प्रयोग हो सकेगा.

पानी की किल्लत को देखते हुए अब सरकारी स्तर से लेकर गैर सरकारी स्तर पर पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है, जिससे कि आने वाली पीढ़ी को पानी की बूंद के लिए तरसना न पड़े, लेकिन देश में किसान भजन लाल जैसे भी कुछ लोग हैं जिन्होंने पानी का मोल समझ लिया है और ये कारनामा करके दिखाया.

अब हम सबको भी सोचना होगा कि एक बार पानी नष्ट किया तो हमें दोबारा कभी नहीं मिलेगा. जल के बिना जीवन नहीं है, यह बात मुहावरों या कहावतों में नहीं हमें अपने जीवन में उतारनी होगी.

चंडीगढ़: हरियाणा के करनाल में घटते जलस्तर को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार भी कई प्रकार के विशेष अभियान चला रही है और किसानों व आमजन को जागृत करने में लगी है. लेकिन बावजूद इसके हालात जस के तस बने हुए हैं. वहीं इसी बीच करनाल के गांव रमाना रमानी के रहने वाले किसान भजन लाल कम्बोज ने पानी को बचाने और पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वाटर रिचार्ज करने का एक नया तरीका निकाला है.

दरअसल, भजन लाल ने पानी की समस्या से निजात पाने के लिए वॉटर रिचार्ज सिस्टम का तरीका निकाला है.

ऐसे काम करता है ये वॉटर रिचार्ज सिस्टमः
भजनलाल जब बारिश के कारण फसलों के डूबने से परेशान थे तब उन्हें ये आइडिया आया. भजन लाल ने बताया कि जमीन की सतह से 4 फुट नीचे बोरिंग के चारों तरफ ईंटों का कुआं बनेगा. बोरिंग के चारों तरफ जाल लगेगा. उसके ऊपर मच्छरदानी नुमा फिल्टर को लगाया जाएगा.

करनाल के किसान ने निकाला वॉटर रिचार्ज का नया तरीका, देखें वीडियो....

इस पानी को जमीन के अंदर भेजा जाएगा. इसका फायदा ये होगा कि जमीन का जलस्तर ऊपर आएगा, ऊपर फिल्टर लगने से बोरिंग के अंदर किसी भी प्रकार का गंदा पानी व कोई भी कीड़ा नहीं जा सकेगा. वर्षा का पानी नीचे जाने से पानी की क्वालिटी भी सुधरेगी और इस तरह से वॉटर रिचार्ज होता जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर 65 से 70 हजार रुपये तक का खर्चा आता है. किसान भजनलाल ने सरकार से इस प्रोजेक्ट पर सब्सिडी देने की मांग की है ताकि कोई भी किसान आसानी से अपने खेत में इसे लगा सके.

पढ़ेंः 'जल पुरुष' राजेंद्र सिंह एक्सक्लुसिव: 'सरकार और समाज को मिलकर करना होगा जल संकट का सामना'

कृषि विभाग ने किसान की पहल को सराहाः
इस प्रोजेक्ट को कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य दहिया ने एक अच्छी पहल बताया. उन्होंने कहा कि किसान की ये पहल बेहद सराहनीय है और बाकी लोगों को भी इन तरीकों को अपनाना चाहिए. ऐसा करने से पानी की बचत होगी और बारिश के पानी का बेहतर प्रयोग हो सकेगा.

पानी की किल्लत को देखते हुए अब सरकारी स्तर से लेकर गैर सरकारी स्तर पर पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है, जिससे कि आने वाली पीढ़ी को पानी की बूंद के लिए तरसना न पड़े, लेकिन देश में किसान भजन लाल जैसे भी कुछ लोग हैं जिन्होंने पानी का मोल समझ लिया है और ये कारनामा करके दिखाया.

अब हम सबको भी सोचना होगा कि एक बार पानी नष्ट किया तो हमें दोबारा कभी नहीं मिलेगा. जल के बिना जीवन नहीं है, यह बात मुहावरों या कहावतों में नहीं हमें अपने जीवन में उतारनी होगी.

सर यह अदिकारिक बाईट उप निदेशक कृषी विभाग करनाल डॉ आदित्य दहिया की है ,कल जो स्टोरी किसान वाटर रिचार्ज की भेजी थी उसी के संदर्भ में है ।
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