ETV Bharat / bharat

यूपी : 'कोरोना वैक्‍सीन से नहीं हार्ट अटैक से हुई वार्ड ब्वाय की मौत'

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक वार्ड ब्वाय की मौत से हड़कंप मच गया है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि वैक्सीनेशन के बाद उनकी तबीयत खराब हुई थी और फिर अचानक मौत हो गई. वहीं, मृतक महिपाल के बेटे विशाल का कहना है कि कोरोना का टीका लगने की वजह से ही उनके पिता की मौत हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है.

covid vaccine i
वार्ड ब्वॉय की मौत
author img

By

Published : Jan 18, 2021, 8:41 AM IST

Updated : Jan 18, 2021, 12:04 PM IST

मुरादाबाद : कोविड टीकाकरण के 24 घंटे के बाद जिला अस्पताल के एक वार्ड ब्वाय की मौत होने से खलबली मच गई. परिजनों का आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद महिपाल की हालत बिगड़ गई. इसके बाद बीती रविवार शाम को उनकी मौत हो गई. सीएमओ एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल को सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है.

covid vaccine
वार्ड बॉय महिपाल सिंह की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

दरअसल, पूरे देश में 16 जनवरी से कोविड वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत हुई थी. मुरादाबाद जिला अस्पताल में भी स्वास्थकर्मियों को टीका लगाया गया था. जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय पद पर तैनात महिपाल सिंह ने भी 16 जनवरी को 12 बजे करीब कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया था. इसके बाद बेटे को अस्पताल बुलाकर घर वापस आ गए. 16 जनवरी की ही रात को इमरजेंसी वार्ड में उनकी ड्यूटी की. 17 जनवरी रविवार को ड्यूटी से घर वापस आने के बाद अचानक से उनकी तबियत बिगड़ गई. इसके बाद महिपाल को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. परिजनों का आरोप है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से ही महिपाल की हालत बिगड़ी और मौत हो गई.

मृतक के बेटे ने वैक्सीन को बताया मौत की वजह.

मृतक महिपाल के बेटे विशाल ने बताया कि 17 जनवरी को उसके पिता महिपाल ड्यूटी से घर वापस आये तो उनकी तबियत खराब थी. उसे घर से फोन आया कि उसके पापा की तबियत बहुत खराब है. इसी बीच परिवार वाले उनको जिला अस्पताल ले गए, जहां उनकी मृत्यु हो गई.

मेरे पिता को 16 जनवरी को कोरोना की वैक्सीन लगी थी. मेरे पास उनका 12.30 बजे कॉल आया कि बेटा अपनी गाड़ी लेकर जिला अस्पताल आ जाओ. वह बोले मेरा कोविड वेक्सिनेशन होगा और मुझसे आज गाड़ी नहीं चलेगी. उसके बाद वहां से करीब 1.30 वेक्सिनेशन होने के बाद उनको अपने साथ घर ले आया.

-विशाल, मृतक का बेटा

विशाल ने बताया कि उसके पापा की हालत खराब थी और सास फूल रही थी. वह पहले कोरोना पॉजिटिव नहीं थे. पहले थोड़ा सा निमोनिया था, लेकिन वहां से आने के बाद इनको ज्यादा तकलीफ होने लगी थी. सीएमओ घर पर आए थे और परिवार वालों से मिलकर गए हैं. विशाल का कहना है कि कोरोना का टीका लगने की वजह से ही मेरे पिता की मौत हुई है.

पढ़ें : अब तक 2.24 लाख लोगों को लगाया गया कोरोना टीका, प्रतिकूल प्रभाव के 447 केस

जिला अस्पताल के वार्ड ब्वाय महिपाल सिंह की मौत के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी एमसी गर्ग भी मृतक वार्ड ब्वाय महिपाल के घर गए. मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि महिपाल सिंह हमारे जिला चिकित्सालय में वार्ड ब्वाय के पद पर तैनात थे. उनकी शाम छह बजे मृत्यु हो गई है. मृतक को दोपहर में सीने में दर्द और सांस फूलने में दिक्कत हुई थी.

मुख्य चिकित्साधिकारी एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल को जिला चिकित्सालय में मृत अवस्था में ले जाया गया था. 16 जनवरी को इनको कोरोना वैक्सीन दी गई थी. मृत्यु के कारणों की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह का पता चल सकेगा. यह पहले कोरोना संक्रमित नहीं थे और वैक्सीन का कोई रिएक्शन प्रतीत नहीं होता है.

मुरादाबाद : कोविड टीकाकरण के 24 घंटे के बाद जिला अस्पताल के एक वार्ड ब्वाय की मौत होने से खलबली मच गई. परिजनों का आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद महिपाल की हालत बिगड़ गई. इसके बाद बीती रविवार शाम को उनकी मौत हो गई. सीएमओ एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल को सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है.

covid vaccine
वार्ड बॉय महिपाल सिंह की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

दरअसल, पूरे देश में 16 जनवरी से कोविड वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत हुई थी. मुरादाबाद जिला अस्पताल में भी स्वास्थकर्मियों को टीका लगाया गया था. जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय पद पर तैनात महिपाल सिंह ने भी 16 जनवरी को 12 बजे करीब कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया था. इसके बाद बेटे को अस्पताल बुलाकर घर वापस आ गए. 16 जनवरी की ही रात को इमरजेंसी वार्ड में उनकी ड्यूटी की. 17 जनवरी रविवार को ड्यूटी से घर वापस आने के बाद अचानक से उनकी तबियत बिगड़ गई. इसके बाद महिपाल को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. परिजनों का आरोप है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से ही महिपाल की हालत बिगड़ी और मौत हो गई.

मृतक के बेटे ने वैक्सीन को बताया मौत की वजह.

मृतक महिपाल के बेटे विशाल ने बताया कि 17 जनवरी को उसके पिता महिपाल ड्यूटी से घर वापस आये तो उनकी तबियत खराब थी. उसे घर से फोन आया कि उसके पापा की तबियत बहुत खराब है. इसी बीच परिवार वाले उनको जिला अस्पताल ले गए, जहां उनकी मृत्यु हो गई.

मेरे पिता को 16 जनवरी को कोरोना की वैक्सीन लगी थी. मेरे पास उनका 12.30 बजे कॉल आया कि बेटा अपनी गाड़ी लेकर जिला अस्पताल आ जाओ. वह बोले मेरा कोविड वेक्सिनेशन होगा और मुझसे आज गाड़ी नहीं चलेगी. उसके बाद वहां से करीब 1.30 वेक्सिनेशन होने के बाद उनको अपने साथ घर ले आया.

-विशाल, मृतक का बेटा

विशाल ने बताया कि उसके पापा की हालत खराब थी और सास फूल रही थी. वह पहले कोरोना पॉजिटिव नहीं थे. पहले थोड़ा सा निमोनिया था, लेकिन वहां से आने के बाद इनको ज्यादा तकलीफ होने लगी थी. सीएमओ घर पर आए थे और परिवार वालों से मिलकर गए हैं. विशाल का कहना है कि कोरोना का टीका लगने की वजह से ही मेरे पिता की मौत हुई है.

पढ़ें : अब तक 2.24 लाख लोगों को लगाया गया कोरोना टीका, प्रतिकूल प्रभाव के 447 केस

जिला अस्पताल के वार्ड ब्वाय महिपाल सिंह की मौत के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी एमसी गर्ग भी मृतक वार्ड ब्वाय महिपाल के घर गए. मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि महिपाल सिंह हमारे जिला चिकित्सालय में वार्ड ब्वाय के पद पर तैनात थे. उनकी शाम छह बजे मृत्यु हो गई है. मृतक को दोपहर में सीने में दर्द और सांस फूलने में दिक्कत हुई थी.

मुख्य चिकित्साधिकारी एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल को जिला चिकित्सालय में मृत अवस्था में ले जाया गया था. 16 जनवरी को इनको कोरोना वैक्सीन दी गई थी. मृत्यु के कारणों की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह का पता चल सकेगा. यह पहले कोरोना संक्रमित नहीं थे और वैक्सीन का कोई रिएक्शन प्रतीत नहीं होता है.

Last Updated : Jan 18, 2021, 12:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.