नई दिल्लीः हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका के दौरे पर थे, जहां पर उन्होंने माना कि उनके देश में आतंकियों को पनाह मिली है. इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह पहली बार नहीं है. प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमने पाक से जल्द आतंकी समूहों पर कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) के निर्णय के बाद जल्द जाधव को पूर्ण राजनयिक उपलब्ध कराने की भी मांग की है.
इमरान खान ने पाकिस्तान की मिट्टी पर आतंकियों की बात कुबूली
भारत ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी ने स्पष्ट तौर पर स्वीकार किया है कि कश्मीर में सक्रिय रहने वाले 30,000 से 40,000 आतंकी पाकिस्तान में पले हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को न्यूयार्क में इस बात की पुष्टि की. खान ने कहा कि अफगानिस्तान और कश्मीर में प्रशिक्षण लेकर लड़ने वाले 30,000 से 40,000 आतंकी उनके देश में रहे हैं.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने आतंकी शिविरों का ब्योरा इस्लामाबाद के साथ साझा किया है और कार्रवाई करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान द्वारा यह स्पष्ट स्वीकारोक्ति. यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने आतंकियों की मौजूदगी और आतंकियों के लिए प्रशिक्षण शिविर की बात स्वीकार की है. यह तथ्य अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सार्वजननिक जानकारी में भी है.
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जाधव को पूर्ण राजनयिक पहुंच मिलने की उम्मीद बढ़ी
नेवी के सेनानिवृत्त अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मृत्युदंड की सजा सुनाई थी.
इसपर भारत ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के अनुरूप जाधव को जल्द ही पूर्ण राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराएगा.
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान की सैन्य अदालत के जाधव को लेकर फैसले पर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने फिलहाल रोक लगा दी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'कुलभूषण जाधव के मामले में अनुकूल निर्णय आने के बाद आईसीजे के फैसले और वियना कन्वेंशन के अनुसार, हम उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द उन्हें पूर्ण राजनयिक पहुंच प्रदान की जाएगी.'
गैरतलब है कि आईसीजे के फैसले पर कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान 18 जुलाई को 'पाकिस्तानी कानून के अनुरूप' जाधव को राजनयिक पहुंच उपलब्ध करने के लिए तैयार हो गया था.
पाक के विदेश विदेश मंत्रालय ने कहा, 'पाकिस्तान, कमांडर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी कानून के मुताबिक राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराएगा'.
आपको बता दें कि मार्च 2016 में पूर्व अधिकारी जाधव की गिरफ्तारी हुई थी. गिरफ्तारी के बाद से भारतीय अधिकारियों को जाधव से मिलने नहीं दिया गया था.
इसी बीच, जाधव के परिजनों ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुरुवार को मुलाकात की.