धर्मशाला : निर्वासित तिब्बत सरकार के लोकतंत्र के 60 वर्ष पूर्ण होने पर मैक्लोडगंज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान दलाई लामा की ओर से तिब्बत की आजादी को लेकर अब तक उनके द्वारा उठाए कार्यों को याद किया गया. साथ ही उनकी लंबी आयु की प्रार्थना भी की गई.
इस दौरान निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री डॉ. लोबसंग सांग्ये ने चीन सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने चीन को संदेश दिया कि तिब्बत समस्या का हल सिर्फ धर्मगुरु दलाईलामा ही हैं. डॉ. लोबसंग सांग्ये ने कहा कि धर्मगुरु दलाईलामा ने तिब्बत के लोगों को लोकतंत्र का उपहार दिया है.
पिछले साठ वर्षों से दलाईलामा ने दुनिया भर में तिब्बती समाज को आगे लाए. मार्च 2011 को दलाईलामा ने अपने सभी राजनीतिक अधिकार लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नेता को सौंप दिए.
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सांग्ये ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हाल ही के नीति निर्देशों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि चीन सरकार तिब्बत को चीन प्रांत में बदलना चाहती है. चीन की स्थिरता और सुरक्षा तिब्बत की स्थिरता और सुरक्षा पर निर्भर है. चीन में तिब्बती लोगों से अधिक भेदभाव, तिब्बतियों के बुनियादी मानव अधिकारों का अधिक उल्लंघन हो रहा है.