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जेएनयू कुलपति बोले- छात्रों ने बनाया है दहशत का माहौल - कुलपति की गाड़ी पर हमला

हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान कुछ छात्रों ने जेएनयू के कुलपति की गाड़ी पर हमला भी किया. हमले के बाद कुलपति एम. जगदीश कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

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छात्रों ने बनाया दहशत का माहौल
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Published : Dec 15, 2019, 3:13 PM IST

नई दिल्ली : जेएनयू में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के रोल बैक को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने वाइस चांसलर प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार पर हमला कर दिया. सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद छात्रों के हमले से कुलपति की जान बचाई.

कुलपति ने इस हमले की निंदा की और कहा कि मांगों को लेकर प्रदर्शन करना अलग बात है और अपने ही शिक्षकों को क्षति पहुंचाना अलग.

ईटीवी भारत ने की JNU के कुलपति से बातचीत

छात्रों पर होगी प्रशासनिक कार्रवाई
छात्रों के इस व्यवहार के लिए उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस कंप्लेंट करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय नियमों के तहत भी छात्रों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी. छात्रों द्वारा किए गए हमले के बारे में बताते हुए प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट से ऑर्डर मिलने के बाद उन्हें तीन दिन पहले सुरक्षा दी गई थी.

यह भी पढ़ें : JNU: छात्रों ने बायकॉट किया सेमेस्टर एग्जाम, कहा- मांगे पूरी ना होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन

शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश
उन्होंने कहा जब वह स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक में परीक्षा की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे तो दर्जनों छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश की. हालांकि उनके साथ चल रहे सुरक्षाबलों ने और पुलिस ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी . इतना ही नहीं उन्होंने एडमिन ब्लॉक और उनके कार्यालय में घुसकर वहां के दरवाजे भी तोड़ डाले और सारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया.

उन्होंने कहा कि वह किसी भी स्थिति में छात्रों की इस हरकत को नजरअंदाज नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि चीफ प्रॉक्टर द्वारा इस घटना की पूरी जांच की जाएगी. साथ ही वीडियो कैमरे के जरिए हमला करने वाले छात्रों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह शिक्षकों पर हमला करना किसी भी विश्वविद्यालय की मर्यादा के विरुद्ध है.

पढ़ें : जेएनयू प्रशासन को प्रदर्शनकारी छात्रों की शैक्षणिक जानकारी न होने पर हाईकोर्ट हैरान

कुलपति ने मुलाकात न करने के आरोप खारिज किए
उन्होंने कहा कि जेएनयू प्रशासन छात्रों की हर संभव मदद कर रहा है. सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर कई बैठक की गई और छात्रों के हित में जो भी बन पड़ा वह किया गया. वहीं छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कुलपति ने कहा कि एक तरफ तो छात्र शिक्षकों के साथ बदतमीजी करते हैं, एडमिन ब्लॉक का घेराव कर रहे हैं, हर तरफ दहशत का माहौल बना रखा है, उस पर कहते हैं कि कुलपति मुलाकात नहीं करते.

उन्होंने कहा कि छात्रों की यह हरकत निंदनीय है. उन्होंने अपनी मर्यादा से बाहर जाकर केवल शिक्षकों को और कुलपति को ही क्षति नहीं पहुंचाई, बल्कि कई सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मियों को भी चोट पहुंचाई है. उनकी इस हरकत के लिए पुलिस में शिकायत कर दी गई है.

सख्त कार्रवाई की मांग
जेएनयू टीचर फेडरेशन ने कुलपति पर हुए हमले की निंदा की. साथ ही उन्होंने मांग की है कि इस हमले की तत्काल जांच की जाए और हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

पढ़ें : JNU : MHRD में छात्रों की बातचीत रही बेनतीजा, प्रदर्शन अब भी जारी

क्या है प्रदर्शन का कारण
बता दें कि जेएनयू में छात्र 28 अक्टूबर को जारी किए गए हॉस्टल मैन्युअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इसको लेकर छात्र संसद और राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाल चुके हैं. इस दौरान छात्रों और पुलिस में झड़प भी देखने को मिली थी.

मालूम हो कि करीब एक माह से छात्रों ने एडमिन ब्लॉक पर कब्जा बनाया हुआ है और प्रदर्शनकारी छात्रों ने कुलपति के कार्यालय को प्रदर्शन के दौरान नुकसान भी पहुंचाया है.

बनाई गई थी उच्च स्तरीय कमेटी
बता दें की हॉस्टल मैन्युअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी भी बनाई गई थी, जिसने छात्रों से बातचीत के बाद अपना सुझाव दिया है.

नई दिल्ली : जेएनयू में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के रोल बैक को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने वाइस चांसलर प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार पर हमला कर दिया. सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद छात्रों के हमले से कुलपति की जान बचाई.

कुलपति ने इस हमले की निंदा की और कहा कि मांगों को लेकर प्रदर्शन करना अलग बात है और अपने ही शिक्षकों को क्षति पहुंचाना अलग.

ईटीवी भारत ने की JNU के कुलपति से बातचीत

छात्रों पर होगी प्रशासनिक कार्रवाई
छात्रों के इस व्यवहार के लिए उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस कंप्लेंट करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय नियमों के तहत भी छात्रों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी. छात्रों द्वारा किए गए हमले के बारे में बताते हुए प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट से ऑर्डर मिलने के बाद उन्हें तीन दिन पहले सुरक्षा दी गई थी.

यह भी पढ़ें : JNU: छात्रों ने बायकॉट किया सेमेस्टर एग्जाम, कहा- मांगे पूरी ना होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन

शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश
उन्होंने कहा जब वह स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक में परीक्षा की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे तो दर्जनों छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश की. हालांकि उनके साथ चल रहे सुरक्षाबलों ने और पुलिस ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी . इतना ही नहीं उन्होंने एडमिन ब्लॉक और उनके कार्यालय में घुसकर वहां के दरवाजे भी तोड़ डाले और सारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया.

उन्होंने कहा कि वह किसी भी स्थिति में छात्रों की इस हरकत को नजरअंदाज नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि चीफ प्रॉक्टर द्वारा इस घटना की पूरी जांच की जाएगी. साथ ही वीडियो कैमरे के जरिए हमला करने वाले छात्रों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह शिक्षकों पर हमला करना किसी भी विश्वविद्यालय की मर्यादा के विरुद्ध है.

पढ़ें : जेएनयू प्रशासन को प्रदर्शनकारी छात्रों की शैक्षणिक जानकारी न होने पर हाईकोर्ट हैरान

कुलपति ने मुलाकात न करने के आरोप खारिज किए
उन्होंने कहा कि जेएनयू प्रशासन छात्रों की हर संभव मदद कर रहा है. सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर कई बैठक की गई और छात्रों के हित में जो भी बन पड़ा वह किया गया. वहीं छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कुलपति ने कहा कि एक तरफ तो छात्र शिक्षकों के साथ बदतमीजी करते हैं, एडमिन ब्लॉक का घेराव कर रहे हैं, हर तरफ दहशत का माहौल बना रखा है, उस पर कहते हैं कि कुलपति मुलाकात नहीं करते.

उन्होंने कहा कि छात्रों की यह हरकत निंदनीय है. उन्होंने अपनी मर्यादा से बाहर जाकर केवल शिक्षकों को और कुलपति को ही क्षति नहीं पहुंचाई, बल्कि कई सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मियों को भी चोट पहुंचाई है. उनकी इस हरकत के लिए पुलिस में शिकायत कर दी गई है.

सख्त कार्रवाई की मांग
जेएनयू टीचर फेडरेशन ने कुलपति पर हुए हमले की निंदा की. साथ ही उन्होंने मांग की है कि इस हमले की तत्काल जांच की जाए और हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

पढ़ें : JNU : MHRD में छात्रों की बातचीत रही बेनतीजा, प्रदर्शन अब भी जारी

क्या है प्रदर्शन का कारण
बता दें कि जेएनयू में छात्र 28 अक्टूबर को जारी किए गए हॉस्टल मैन्युअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इसको लेकर छात्र संसद और राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाल चुके हैं. इस दौरान छात्रों और पुलिस में झड़प भी देखने को मिली थी.

मालूम हो कि करीब एक माह से छात्रों ने एडमिन ब्लॉक पर कब्जा बनाया हुआ है और प्रदर्शनकारी छात्रों ने कुलपति के कार्यालय को प्रदर्शन के दौरान नुकसान भी पहुंचाया है.

बनाई गई थी उच्च स्तरीय कमेटी
बता दें की हॉस्टल मैन्युअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी भी बनाई गई थी, जिसने छात्रों से बातचीत के बाद अपना सुझाव दिया है.

Intro:नई दिल्ली । जेएनयू जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के रोल बैक को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने जेएनयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार पर हमला किया. वहीं सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद छात्रों के हमले से कुलपति की जान बचाई और वहां से सकुशल निकलने में कामयाब हुए. वहीं कुलपति ने इस हमले की निंदा की और कहा कि मांगों को लेकर प्रदर्शन करना अलग बात है और अपने ही शिक्षकों को क्षति पहुंचाना अलग बात है. छात्रों के इस व्यवहार के लिए उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस कंप्लेंट करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय नियमों के तहत भी छात्रों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाई की जाएगी.


Body:वहीं छात्र द्वारा किए गए हमले के बारे में बताते हुए जेएनयू के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हाई कोर्ट से ऑर्डर मिलने के बाद उन्हें तीन दिन पहले सुरक्षा दी गयी थी. उन्होंने कहा जब वह स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक में परीक्षा की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे तो दर्जनों छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश की. हालांकि उनके साथ चल रहे सुरक्षाबलों ने और पुलिस ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन इस दौरान उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी . इतना ही नहीं उन्होंने एडमिन ब्लॉक और उनके कार्यालय में घुसकर वहां के दरवाजे भी तोड़ डाले और सारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया. प्रोफेसर कुमार ने इस कार्यवाई की कड़ी निंदा की और कहा कि वह किसी भी स्थिति में छात्रों के इस हरकत को नजरअंदाज नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि चीफ प्रॉक्टर द्वारा इस घटना की पूरी जांच की जाएगी. साथ ही वीडियो कैमरे के ज़रिए हमला करने वाले छात्रों की पहचान कर सख्त कार्यवाई की जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि इस तरह शिक्षकों पर हमले करने किसी भी विश्वविद्यालय की मर्यादा के विरुद्ध है. वहीं उन्होंने कहा कि जेएनयू प्रशासन छात्रों की हर संभव मदद कर रहा है. सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर कई बैठक की गई और छात्रों के हित में जो भी बन पड़ा वह किया गया. वहीं छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कुलपति ने कहा कि एक तरफ तो छात्र शिक्षकों के साथ बदतमीजी करते हैं, एडमिन ब्लॉक का घेराव कर रहे हैं, हर तरफ दहशत का माहौल बना रखा है, उसपर कहते हैं कि कुलपति मुलाकात नहीं करते. उन्होंने कहा कि छात्रों की यह हरकत निंदनीय है. उन्होंने अपनी मर्यादा से बाहर जाकर केवल शिक्षकों को और कुलपति को ही क्षति नहीं पहुंचाई बल्कि कई सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मियों को भी चोट पहुंचाई है. उनकी इस हरकत के लिए पुलिस में शिकायत कर दी गयी है. साथ ही विश्वविद्यालय के नियमो के तहत भी छात्रों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाई की जाएगी.


Conclusion:वही जेएनयू टीचर फेडरेशन ने कुलपति पर हुए हमले की निंदा की. साथ ही उन्होंने मांग की है कि इस हमले की तत्काल रुप से जांच की जाए और हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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