चंडीगढ़/मोहालीः राज्य में अवैध शराब के कारोबार और तस्करी पर नकेल कसते हुए आबकारी विभाग को रविवार को एक बड़ी सफलता मिली है. विभाग ने 27600 लीटर अवैध केमिकल (स्प्रिट) जब्त किया है. विभाग द्वारा अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है.
आबकारी एवं कराधान विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि मोहाली की विशेष टीम ने 3 स्थानों से भारी मात्रा में 27600 लीटर रासायनिक पदार्थ जब्त किया है. छापेमारी के दौरान डीएसपी बिक्रम बराड़ भी टीम में शामिल हुए. केमिकल 200 लीटर क्षमता के 136 ड्रमों में रखा गया था.
मोहाली जिले के तहसील डेराबस्सी के गांव देवीनगर से सीज़फायर बनाया गया था. मैसर्स एलिचेम केमिकल्स गोदाम, ई -68 / 69 फोकल प्वाइंट डेराबस्सी के परिसर में की गई छापेमारी के दौरान 82 ड्रमों में रखे गए 200 लीटर केमिकल बरामद किए गए हैं. मेसर्स ओम सोलवी ट्रेडिंग से 49 ड्रमों में रखे 200 लीटर केमिकल बरामद किए गए हैं. इसी तरह, मेसर्स प्योर सॉल्यूशंस F-28, फोकल प्वाइंट डेराबस्सी से 200 लीटर के 7 ड्रम बरामद किए गए हैं.
प्रवक्ता ने आगे खुलासा किया कि फर्मों के मालिकों सहित मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
शराब कांड से लगभग एक सप्ताह पहले 23 जुलाई को विभाग द्वारा किए गए पहले छापे से पता चला है कि जब मेसर्स बिन्नी केमिकल्स के परिसर से 5300 लीटर रसायन बरामद किया गया था, यह बताया गया कि ये फर्म बिन्नी केमिकल्स को सामग्री की आपूर्ति करती थी जो इसे बाजार में आगे बेचती थी.
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पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दवा कंपनियों के कचरे को कम कर रहे थे. रिकॉर्ड की जांच करने और मामले में आरोपियों के आगे के लिंक का पता लगाने के लिए जांच जारी है. आबकारी विभाग ने फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के रासायनिक विशेषज्ञों की सेवाओं के लिए भी बुलाया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही आबकारी विभाग को स्पष्ट निर्देश दे चुके हैं कि अवैध शराब के धंधे में लिप्त किसी को भी न बख्शा जाए.