अमरावती : आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के श्रीशैलम (श्रीसैलम) मल्लिकार्जुन मंदिर घोटाले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. घोटाले का अनुमान 2.5 करोड़ से भी ज्यादा का लगाया गया है.
गौरतलब है कि श्रीशैलम (श्रीसैलम) मल्लिकार्जुन मंदिर का यह घोटाला 24 मई को उस वक्त सामने आया, जब मंदिर के अधिकारियों ने मंदिर के वित्तीय मुद्दों की आंतरिक जांच की.
पुलिस के अनुसार, तीन स्थाई और 23 आउटसोर्स कर्मचारियों की गिरफ्तारी की गई है. इन लोगों ने मंदिर के सॉफ्टवेयर सिस्टम का गलत तरीके से इस्तेमाल कर अपने-अपने खातों में पैसे जमा किए हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि अलग-अलग बैंकों में काम करने वाले यह आरोपी 2016 से 2019 तक मंदिर के दर्शन और अन्य सेवाओं के लिए टिकटों की बिक्री के माध्यम से पैसे की ठगी और धोखाधड़ी जैसी अन्य गतिविधियों में शामिल थे.
आपको बता दें इससे पहले 20 कर्मचारियों को धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात के लिए सजा), धारा 409 (लोक सेवक बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा ट्रस्ट का आपराधिक उल्लंघन), धारा 402 (डकैती), धारा 34 (समान उद्देश्य से कई व्यक्तियों द्वारा किया गया आपराधिक कार्य), आईटी अधिनियम की धारा 65 (कंप्यूटर स्रोत के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़) और धारा 66 (कंप्यूटर से संबंधित अपराध) के तहत हिरासत में लिया गया था.
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मंदिर के अधिकारियों द्वारा शुरू की गई प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कर्मचारियों ने टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर में फेरबदल किया और 2016-2019 के बीच तीन साल के अंतराल में 1.4 करोड़ रुपए का घोटाला किया, जिसके बाद मंदिर के कार्यकारी अधिकारी केएस रामा राव इसे मंत्रालय के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लेकर आए.
आंतरिक जांच में पता चला कि अरिजीत सेवा टिकटों की संख्या में बेमेल था.
आपको बता दें कि श्रीशैलम (श्रीसैलम) मंदिर आंध्र प्रदेश के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है. कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन की वजह से मंदिर दो महीनों से भी ज्यादा समय के लिए आगंतुकों के लिए बंद था. मंदिर आठ जून को फिर से खुलने वाला है.