नई दिल्ली: असम में हाल ही में हुए मतदानों के दौरान ईवीएम हेराफेरी के मामले सामने आए. इन आरोपों की जांच के लिए चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा एक उच्च स्तरीय अधिकारी को असम भेजा जाएगा.
चुनाव आयोग ने यह फैसला तब किया जब असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने ईवीएम हेराफेरी के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया. APCC अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को अपने आरोपों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा.
उन्होंने आरोप लगाया कि असम में सत्तारूढ़ भाजपा चुनाव जीतने के लिए धन और बल का इस्तेमाल कर रही है.
इस विषय पर रिपुन बोरा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल को लगभग 10:35 बजे अनयूज्ड ईवीएम (unused EVM) से भरे कई ट्रक अमीनगांव स्थित डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय पहुंचे.
साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इतनी क्या इमरजेंसी थी कि इन ईवीएम को यहां इतनी रात में लाया गया, वह भी बिना किसी को जानकारी दिए.
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उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की मदद से सत्तारूढ़ दल अनयूज्ड ईवीएम को इस्तेमाल किए गए ईवीएम के साथ बदलने की कोशिश करेगा. इसेके अलावा इसके अलावा हम जिला कलेक्टर कामरूप (ग्रामीण) और मयूरी ओझा (सहायक आयुक्त, कामरूप) का तत्काल स्थानांतरण करने की मांग करते हैं.
बोरा आशंका व्यक्त की कि इन दोनों अधिकारियों को लेकर काउंटिंग सेंटर्स में पक्षपात हो सकता है.