लखनऊ : रमजान के बाद अब ईद भी लॉकडाउन में ही होने की प्रबल संभावना के बीच इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया (आईसीआई) फेसबुक के जरिए लोगों को ईद की नमाज पढ़ने में मदद की तैयारी कर रहा है.
आईसीआई ने रमजान के दौरान पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज यानी तरावीह में कुरान शरीफ सुनाने के लिए अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के जरिए इंतजाम किया था. अब वह ईद के करीब पांच दिन पहले से ही अपने पेज पर लोगों को ईद की नमाज के तरीके और खुत्बा (प्रवचन) के बारे में बताएगा.
आईसीआई के अध्यक्ष शहर काजी मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने बताया कि रमजान के बाद अब ईद भी शायद लॉकडाउन में ही गुजरे. ऐसे में लोगों को ईद की नमाज भी घर में ही अदा करनी होगी. ईद की नमाज का तरीका बाकी नमाजों से अलग होता है. यह नमाज सिर्फ ईद और बकरीद में ही पढ़ी जाती है, इसलिए अक्सर लोगों को इसे अदा करने का मुकम्मल तरीका याद नहीं रहता.
उन्होंने बताया कि ईद आगामी 25 मई को होने की संभावना है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया अब अगली 20 मई से रोजाना अपने वेब पेज पर ईद की नमाज पढ़ने का तरीका बताऐगा, ताकि लोगों को याद हो जाए.
इसमें यह बताया जाएगा कि घर पर ईद की नमाज कैसे अदा करें. यह सिलसिला ईद की नमाज तक चलेगा. इसके लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में मुस्लिम लोगों को वेबपेज का लिंक भेजा जाएगा.
मौलाना रशीद ने कहा कि इस नमाज से पहले और बाद में पढ़ा जाने वाला खुत्बा सुनना जरूरी होता है. अक्सर लोगों को खुत्बे के बारे में जानकारी नहीं होती है, इसलिए इसे भी वेब पेज के जरिए बताया जाएगा, ताकि आपकी नमाज भी हो जाए और खुत्बा भी. इससे व्यक्ति को इस बात की संतुष्टि भी हो जाएगी कि उसने ईद की नमाज अदा कर ली है.
उन्होंने कहा कि ईद की नमाज से पहले उर्दू में पढ़ा जाने वाला खुत्बा आनलाइन दिया जाएगा. मगर नमाज के बाद अरबी में पढ़ा जाने वाला खुत्बा आपको खुद देना होगा. उसका सबसे आसान तरीका यह है कि आप दूसरे खुत्बे में दुरूद शरीफ और सूरे अस्र पढ़ लें. इससे खुत्बा पूरा माना जाएगा. ऐसी आपात स्थिति में ईद की नमाज अदा करने और खुत्बा पढ़ने-सुनने का यही रास्ता है.
मौलाना रशीद ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण घोषित लॉक डाउन का सभी मुसलमानों को हर हाल में पालन करना चाहिए. ईद की नमाज के मामले में भी इसी नियम पर चलना होगा. इसी वजह से आईसीआई ने लॉकडाउन के बीच ईद की नमाज घर में ही अदा करने के सिलसिले में पिछले दिनों एक फतवा भी जारी किया था.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बीच मस्जिदें बंद होने के कारण इस बार रमजान में पढ़ी जाने वाली तरावीह की नमाज भी घरों में ही अदा की गई. इस नमाज में कम से कम एक कुरान शरीफ सुनना जरूरी है. आईसीआई ने इसके लिए अपने वेब पेज पर लोगों को कुरान शरीफ सुनाया था.