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घने कोहरे के बावजूद बैंगलोर एयरपोर्ट में उड़ान भरना आसान

केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर अब घने कोहरे में भी आसानी से हवाई उड़ानों का संचालन किया जा रहा है. बैंगलोर का केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दक्षिण भारत का एकमात्र हवाई अड्डा है, जिसे शीर्ष श्रेणी lllB में रखा गया है.

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Published : Jan 1, 2021, 10:49 AM IST

Bangalore airport
बैंगलोर एयरपोर्ट

बेंगलुरु : अब घने कोहरे में भी लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं. केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घने कोहरे में भी हवाई उड़ानों का संचालन किया जा रहा है.

बैंगलोर का केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दक्षिण भारत का एकमात्र हवाई अड्डा है, जिसे शीर्ष श्रेणी lll B के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बैंगलोर (KIAB) दक्षिणी रनवे को अब श्रेणी IIIB में अपग्रेड कर दिया गया है.

इससे पहले, घने कोहरा के चलते केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरना और भी ज्यादा मुश्किल था. खराब मौसम की स्थिति के चलते विमानों को एक अलग हवाई अड्डे पर भेजा गया था. अब केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी एलएल बी ग्रेड की श्रेणी में आ गया है. यह श्रेणी एलबी में वृद्धि करने वाला भारत का 6वां हवाई अड्डा है.

हवाई अड्डे पर विमान की लैंडिंग के लिए ये सुविधाएं होंगी उपलब्ध. जैसे-एक शीर्ष-स्तरीय प्रणाली (ILS), एयरफ़ील्ड ग्राउंड लाइट (AGL), विमान के रनवे तथा परिवेश के लिए प्रकाश व्यवस्था व एक ट्रांस मिसो मीटर, स्वचालित मौसम पूर्वानुमान (AWOS) और सरफेस मोशन रडार (SMR).

पढ़ें : उत्तर भारत में शीतलहर से बढ़ी कंपकंपी, घने कोहरे के साथ ठंड का टॉर्चर

सिस्टम 50 मीटर रनवे विजुअल रेंज पर उतरने में सक्षम है और 125 मीटर रन लेन विजुअल रेंज में भी उड़ान भर रहा है. अब विमान को 550 मीटर और 300 मीटर विजुअल रेंज पर उड़ान भरने का लाइसेंस दिया गया है.

कोहरे का विश्लेषणात्मक अध्ययन
2019 में बैंगलोर में केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे ने क्षेत्र में मौसम की स्थिति का अध्ययन करने के लिए जवाहरलाल नेहरू उच्च वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (JNASR) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. हवाई अड्डे के क्षेत्र में रेडियोधर्मी कोहरे का चार साल का अध्ययन चल रहा है.

बेंगलुरु : अब घने कोहरे में भी लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं. केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घने कोहरे में भी हवाई उड़ानों का संचालन किया जा रहा है.

बैंगलोर का केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दक्षिण भारत का एकमात्र हवाई अड्डा है, जिसे शीर्ष श्रेणी lll B के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बैंगलोर (KIAB) दक्षिणी रनवे को अब श्रेणी IIIB में अपग्रेड कर दिया गया है.

इससे पहले, घने कोहरा के चलते केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरना और भी ज्यादा मुश्किल था. खराब मौसम की स्थिति के चलते विमानों को एक अलग हवाई अड्डे पर भेजा गया था. अब केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी एलएल बी ग्रेड की श्रेणी में आ गया है. यह श्रेणी एलबी में वृद्धि करने वाला भारत का 6वां हवाई अड्डा है.

हवाई अड्डे पर विमान की लैंडिंग के लिए ये सुविधाएं होंगी उपलब्ध. जैसे-एक शीर्ष-स्तरीय प्रणाली (ILS), एयरफ़ील्ड ग्राउंड लाइट (AGL), विमान के रनवे तथा परिवेश के लिए प्रकाश व्यवस्था व एक ट्रांस मिसो मीटर, स्वचालित मौसम पूर्वानुमान (AWOS) और सरफेस मोशन रडार (SMR).

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सिस्टम 50 मीटर रनवे विजुअल रेंज पर उतरने में सक्षम है और 125 मीटर रन लेन विजुअल रेंज में भी उड़ान भर रहा है. अब विमान को 550 मीटर और 300 मीटर विजुअल रेंज पर उड़ान भरने का लाइसेंस दिया गया है.

कोहरे का विश्लेषणात्मक अध्ययन
2019 में बैंगलोर में केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे ने क्षेत्र में मौसम की स्थिति का अध्ययन करने के लिए जवाहरलाल नेहरू उच्च वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (JNASR) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. हवाई अड्डे के क्षेत्र में रेडियोधर्मी कोहरे का चार साल का अध्ययन चल रहा है.

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