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सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण, सेना की बढ़ेगी ताकत

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Published : Dec 23, 2020, 5:16 PM IST

Updated : Dec 23, 2020, 10:21 PM IST

डीआरडीओ ने मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण किया है. भारतीय सेना में इसको शामिल करने से रक्षा बलों की लड़ाकू क्षमता में और बढ़ोतरी होगी.

मिसाइल का सफल परीक्षण
मिसाइल का सफल परीक्षण

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आज भारतीय सेना के लिए विकसित मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.

सूत्रों ने बताया कि बुधवार को किया गया मिसाइल परीक्षण सफल रहा है और मिसाइल ने लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया.

सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण

रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम श्रेणी की नई मिसाइल है. बुधवार को इसका ओडिशा के बालासोर तट से सफल परीक्षण किया गया.

उन्होंने बताया कि एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के परीक्षण स्थल-एक में ‘ग्राउंड मोबाइल लांचर’ से तीन बजकर 55 मिनट पर यह मिसाइल दागी गयी. इसने पूरी सटीकता से लक्ष्य को भेद दिया.

इससे पहले एक मानव रहित यान (यूएवी) बंशी को हवा में उड़ान के लिए भेजा गया और एमआरएसएएम ने इसे सटीकता से निशाना बनाया. भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने एमआरएसएएम का निर्माण किया है.

पढ़ें- डीडीसी चुनाव में भाजपा ने रचा इतिहास, 75 सीटों के साथ बनी सबसे बड़ी पार्टी

उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में इसको शामिल करने से रक्षा बलों की लड़ाकू क्षमता में और बढ़ोतरी होगी. सूत्रों ने बताया कि परीक्षण के लिए मिसाइल दागे जाने के बाद से समुद्र में इसके गिरने तक विभिन्न रडार और अन्य उपकरणों के जरिए इसकी निगरानी की गयी.

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मिसाइल छोड़े जाने के पहले बालासोर जिला प्रशासन ने परीक्षण स्थल के ढाई किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 8100 से ज्यादा लोगों को बुधवार सुबह पास के आश्रय केंद्र में पहुंचा दिया था.

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आज भारतीय सेना के लिए विकसित मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.

सूत्रों ने बताया कि बुधवार को किया गया मिसाइल परीक्षण सफल रहा है और मिसाइल ने लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया.

सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण

रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम श्रेणी की नई मिसाइल है. बुधवार को इसका ओडिशा के बालासोर तट से सफल परीक्षण किया गया.

उन्होंने बताया कि एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के परीक्षण स्थल-एक में ‘ग्राउंड मोबाइल लांचर’ से तीन बजकर 55 मिनट पर यह मिसाइल दागी गयी. इसने पूरी सटीकता से लक्ष्य को भेद दिया.

इससे पहले एक मानव रहित यान (यूएवी) बंशी को हवा में उड़ान के लिए भेजा गया और एमआरएसएएम ने इसे सटीकता से निशाना बनाया. भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने एमआरएसएएम का निर्माण किया है.

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उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में इसको शामिल करने से रक्षा बलों की लड़ाकू क्षमता में और बढ़ोतरी होगी. सूत्रों ने बताया कि परीक्षण के लिए मिसाइल दागे जाने के बाद से समुद्र में इसके गिरने तक विभिन्न रडार और अन्य उपकरणों के जरिए इसकी निगरानी की गयी.

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मिसाइल छोड़े जाने के पहले बालासोर जिला प्रशासन ने परीक्षण स्थल के ढाई किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 8100 से ज्यादा लोगों को बुधवार सुबह पास के आश्रय केंद्र में पहुंचा दिया था.

Last Updated : Dec 23, 2020, 10:21 PM IST
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