कोलकाता : कई बार लोग सपने पूरा करने के लिए रेस में जुट जाते हैं, लेकिन कई बार सपने बदल जाते हैं, लेकिन रेस जारी रहती है. ऐसी ही एक कहानी से हम आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं. एक कहानी एक बड़े सर्जन की है, जिन्होंने आईएएस बनने का ख्वाब देखा था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
हम बात कर रहे हैं कलकत्ता इंस्टीट्यूट ऑफ मैक्सिलोफेशियल सर्जरी एंड रिसर्च (CMSR) के संस्थापक डॉ. श्रीजन मुखर्जी की. जो पिछले बारह साल से लोगों की ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जरी कर रहे हैं, फिर भी उनका मानना है कि लोगों में ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जरी के महत्व के जागरूकता की कमी है. इस पर उन्होंने खेद भी व्यक्त किया है.
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श्रीजन मुखर्जी अपने अस्पताल में लोगों को उपचार प्रदान कर रहे हैं. अपने अस्पताल के अलावा, वह कई कॉरपोरेट अस्पतालों से भी जुड़े हुए हैं.
उन्होंने बताया कि उनके अपने अस्पताल में इलाज का खर्च बहुत कम है, जो अन्य कॉरपोरेट अस्पतालों में काफी ज्यादा है. एक सामान्य मैक्सिलोफेशियल सर्जरी, जिसकी लागत किसी भी कॉरपोरेट अस्पताल में लगभग चार लाख रुपये है, कलकत्ता इंस्टीट्यूट ऑफ मैक्सिलोफेशियल सर्जरी एंड रिसर्च (CMSR) में लगभग 1.5 लाख रुपये है.