बेंगलुरु : कर्नाटक कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि वह प्रदेश में पार्टी के भविष्य के नेतृत्व के बारे में सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी करने से बचें. प्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर, सरकार का मुखिया कौन होगा इस बारे में पार्टी नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर अलग बयान दिए हैं, इसके बाद समिति ने पार्टी नेताओं को यह सलाह दी है.
विधायक दल के नेता सिद्धारमैया और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार के नाम उनके समर्थकों द्वारा अगले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नाम लिए जाने के बाद ऐसा किया गया है. समिति ने यह सुझाव दिया है कि इस मामले को उस समय के लिए छोड़ दें, जब नेतृत्व का सवाल सामने आए.
बीते दिनों हुई बैठक में अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के अध्यक्ष के. रहमान खान ने कहा बेहतर होगा पार्टी नेता और कार्यकर्ता खुद को पार्टी के आयोजन में व्यस्त रखें और राज्य के हित में पार्टी को सत्ता में लाने के उद्देश्य से काम करें.
पढ़ेंः राहुल गांधी बोले- नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया
पूर्व मंत्री और विधायक जमीर अहमद खान ने हाल ही में कहा था कि सिद्धारमैया एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे, जबकि उनकी पार्टी के कुछ सहयोगी, जिनमें राज्य सभा सदस्य जीसी चंद्रशेखर, विधायक सौम्या रेड्डी और हनुमंतरायप्पा ने कथित तौर पर दावा किया था कि शिवकुमार शीर्ष पद पर काबिज होंगे. कांग्रेस सत्ता में आ रही है.