नई दिल्ली/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय के केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद अब सबकी निगाहें नए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और 11 विधानसभा सीटों के उपचुनाव पर टिकी हैं.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन कुछ वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने संकेत दिया कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, विधान परिषद सदस्य विद्यासागर सोनकर, लक्ष्मण आचार्य और सांसद महेश शर्मा में से किसी को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
प्रदेश में भाजपा ने 80 लोकसभा सीटों में से 62 पर विजय हासिल की. पाण्डेय की अगुआई में पार्टी ने एकजुट विपक्ष विशेषकर सपा बसपा गठबंधन का मजबूती से मुकाबला किया और उनकी हर रणनीति को विफल किया.
भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीतीं. कांग्रेस के हिस्से सिर्फ रायबरेली की ही सीट आई.
आपको बता दें कि स्वतंत्र देव सिंह का नाम इसलिए लिया जा रहा है क्योंकि उन्होंने पार्टी को मध्यप्रदेश में बंपर जीत दिलाई. पार्टी विधानसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता हासिल नहीं कर पाई. लिहाजा, उन पर पार्टी को बेहतर प्रदर्शन दिलाने की जिम्मेवारी थी. और उसे उन्होंने पूरा भी किया.
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सोनकर की मुख्य जिम्मेवारी मीडिया तक सूचना पहुंचाने की थी. उन्हें कहा गया था कि पीएम और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से जुड़ी खबरें सही परिप्रेक्ष्य में मीडिया तक पहुंचनी चाहिए.
वैसे, सूत्रों की मानें, तो भाजपा में अचानक से भी किसी के नाम की घोषणा कर दी जाती है. यह पीएम मोदी और अमित शाह की कार्य शैली है. लिहाजा, इन नामों से इतर भी किसी को इसमें शामिल कर लिआ जाए, तो कोई अचरज नहीं.
(एक्स्ट्रा इनपुट-भाषा से)