ETV Bharat / bharat

स्वतंत्रता की कीमत निरंतर निगरानी के रूप में चुकाते हैं लोकतांत्रिक देश :सीईसी - चुनाव कुप्रबंधन के प्रति आगाह किया

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एक कार्यक्रम में कहा उभरते लोकतांत्रिक देश आजादी की कीमत निरंतर निगरानी से चुकाते हैं.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा
author img

By

Published : Sep 3, 2019, 9:23 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 6:22 AM IST

बेंगलुरु: मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने सोमवार को कहा कि लोकतंत्रिक देश स्वतंत्रता की कीमत निरंतर निगरानी के रूप में चुकाते हैं.

अरोड़ा ने कहा कि यह बात उभरते लोकतांत्रिक देशों के लिए विशेष रूप से सत्य है, जहां नागरिकों की राजनीतिक इच्छा के बावजूद मौजूदा तंत्र

पारदर्शिता के साथ स्वतंत्र एवं निष्पक्ष और सहभागी चुनाव कराने में समस्या का सामना करते हैं.

पढ़ें-UNCCD की मेजबानी करेगा भारत, PM मोदी करेंगे सम्मेलन का उद्घाटन

एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक अरोड़ा ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चुनाव कुप्रबंधन के प्रति आगाह किया, जो लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति अविश्वास का बीज बो सकती है.

बेंगलुरु: मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने सोमवार को कहा कि लोकतंत्रिक देश स्वतंत्रता की कीमत निरंतर निगरानी के रूप में चुकाते हैं.

अरोड़ा ने कहा कि यह बात उभरते लोकतांत्रिक देशों के लिए विशेष रूप से सत्य है, जहां नागरिकों की राजनीतिक इच्छा के बावजूद मौजूदा तंत्र

पारदर्शिता के साथ स्वतंत्र एवं निष्पक्ष और सहभागी चुनाव कराने में समस्या का सामना करते हैं.

पढ़ें-UNCCD की मेजबानी करेगा भारत, PM मोदी करेंगे सम्मेलन का उद्घाटन

एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक अरोड़ा ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चुनाव कुप्रबंधन के प्रति आगाह किया, जो लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति अविश्वास का बीज बो सकती है.

Intro:Body:

 Print



पीटीआई-भाषा संवाददाता 0:24 HRS IST




             
  • स्वतंत्रता की कीमत निरंतर निगरानी के रूप में चुकाते हैं लोकतांत्रिक देश :सीईसी



बेंगलुरु,दो सितंबर (भाषा) मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा से सोमवार को कहा कि लोकतंत्रिक देश स्वतंत्रता की कीमत निरंतर निगरानी के रूप में चुकाते हैं।



अरोड़ा ने कहा कि यह बात उभरते लोकतांत्रिक देशों के लिए विशेष रूप से सत्य है, जहां नागरिकों की राजनीतिक इच्छा के बावजूद मौजूदा तंत्र पारदर्शिता के साथ स्वतंत्र एवं निष्पक्ष और सहभागी चुनाव कराने में समस्या का सामना करते हैं। 



एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक अरोड़ा ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चुनाव कुप्रबंधन के प्रति आगाह किया,जो लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति अविश्वास का बीज बो सकती है।


Conclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 6:22 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.