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असम NRC में शामिल किए जाएं 56 हजार कोच राजबंशी, न करने पर होगा आंदोलन : AKRSU

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Published : Oct 1, 2019, 5:38 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 6:47 PM IST

हाल ही में प्रकाशित की गई असम NRC की अंतिम लिस्ट में करीब 56 हजार राजबंशी लोगों के नाम शामिल नहीं है. AKRSU ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील की है. इसके अलावा AKRSU ने राजबंशी समुदाय के लोगों के लिए अलग राज्य की मांग भी की है. मांगे पूरी न होने पर AKRSU ने जोरदार आंदोलन शुरू करने की बात कही है. जानें क्या है पूरा मामला...

AKRSU ने की जोरदार आंदोलन शुरू करने की बात

नई दिल्ली: ऑल कोच राजबंशी स्टूडेंट्स यूनियन (AKRSU) ने एक जोरदार आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. AKRSU ने असम और केंद्र सरकार के साथ-साथ नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) के समन्वयक प्रतीक हजेला से NRC सूची में कोच राजबंशी के नाम शामिल करने की मांग की है,

सोमवार को AKRSU नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को ज्ञापन सौंपा. AKRSU ने दोनों से इस मामले में दखल देने की अपील की है. AKRSU नेता ने NRC सूची में असम के सभी बहिष्कृत कोच राजबंशी लोगों के नाम शामिल करने का अल्टीमेटम दिया है.

नई दिल्ली में जुटे AKRSU नेता ने कहा, हम असम के अविभाज्य लोग हैं. लेकिन हमारे हजारों लोगों को एनआरसी सूची से बाहर कर दिया गया है, हम सरकार से अपील करते हैं कि हमारा नाम भी सूची में शामिल हो.

एक अन्य AKRSU नेता ने कहा, अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो हम एक जोरदार आंदोलन शुरू करेंगे. हम भारत में मिलने से पहले एक रियासत थे, इसलिए कामतपुर राज्य की मांग हमारी कानूनी मांग है.

AKRSU नेता ने की ईटीवी भारत से बातचीत, देखें वीडियो...

अलग राज्य की मांग
गौरतलब है कि 31 अगस्त को प्रकाशित होने वाली असम की एनआरसी सूची में 56,000 से अधिक कोच राजबंशी लोगों के नामों को बाहर रखा गया है. बता दें कि AKRSU अनुसूचित जनजाति (ST) के दर्जे के साथ-साथ कोच राजबंशी लोगों के लिए कामतापुर को एक अलग राज्य बनाने की मांग करता रहा है.

पढ़ेंः AKRSU एनआरसी बना बहस का मुद्दा, CPM नेता बोले- नहीं मिलेगा कोई परिणाम

लचस्प बात यह है कि देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले राजबंशी को एसटी के रूप में मान्यता प्राप्त है. असम में उन्हें एसटी बनाने की कई पिछली अपील को राज्य और केंद्र सरकार दोनों ने खारिज कर दिया था.

नई दिल्ली: ऑल कोच राजबंशी स्टूडेंट्स यूनियन (AKRSU) ने एक जोरदार आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. AKRSU ने असम और केंद्र सरकार के साथ-साथ नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) के समन्वयक प्रतीक हजेला से NRC सूची में कोच राजबंशी के नाम शामिल करने की मांग की है,

सोमवार को AKRSU नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को ज्ञापन सौंपा. AKRSU ने दोनों से इस मामले में दखल देने की अपील की है. AKRSU नेता ने NRC सूची में असम के सभी बहिष्कृत कोच राजबंशी लोगों के नाम शामिल करने का अल्टीमेटम दिया है.

नई दिल्ली में जुटे AKRSU नेता ने कहा, हम असम के अविभाज्य लोग हैं. लेकिन हमारे हजारों लोगों को एनआरसी सूची से बाहर कर दिया गया है, हम सरकार से अपील करते हैं कि हमारा नाम भी सूची में शामिल हो.

एक अन्य AKRSU नेता ने कहा, अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो हम एक जोरदार आंदोलन शुरू करेंगे. हम भारत में मिलने से पहले एक रियासत थे, इसलिए कामतपुर राज्य की मांग हमारी कानूनी मांग है.

AKRSU नेता ने की ईटीवी भारत से बातचीत, देखें वीडियो...

अलग राज्य की मांग
गौरतलब है कि 31 अगस्त को प्रकाशित होने वाली असम की एनआरसी सूची में 56,000 से अधिक कोच राजबंशी लोगों के नामों को बाहर रखा गया है. बता दें कि AKRSU अनुसूचित जनजाति (ST) के दर्जे के साथ-साथ कोच राजबंशी लोगों के लिए कामतापुर को एक अलग राज्य बनाने की मांग करता रहा है.

पढ़ेंः AKRSU एनआरसी बना बहस का मुद्दा, CPM नेता बोले- नहीं मिलेगा कोई परिणाम

लचस्प बात यह है कि देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले राजबंशी को एसटी के रूप में मान्यता प्राप्त है. असम में उन्हें एसटी बनाने की कई पिछली अपील को राज्य और केंद्र सरकार दोनों ने खारिज कर दिया था.

Intro:New Delhi: Giving an ultimatum to state and central government as well as National Register of Citizen (NRC) coordinator Prateek Hajela to include names of all excluded Koch Rajbongshi people of Assam in the NRC list, the All Koch Rajbongshi Students Union (AKRSU) on Monday has decided to launch a vigorous movement.


Body:The AKRSU leader also submitted memorandum to Prime Minister Narendra Modi and Home Minister Amit Shah and appealed then to intervene into the matter.

"We are the indeginious people of Assam. But thousands of our people have been excluded from the NRC list," said a AKRSU leader adding "We appeal to the government to take corrective measures to include our names."

Names of more than 56,000 Koch Rajbongshi people have been excluded from NRC list in Assam that was published on August 31.

The Rajbongshis are one of the indigenous ethnic groups inhabiting in parts of Assam, Meghalaya. North Bengal, Bihar and neighbouring Bhutan and Nepal.

The AKRSU has also been demanding Scheduled Tribe (ST) status as well as a separate Kamatapur state for the Koch Rajbongshi people.

"We would initiate a vigorous movement if our demands are not meted. We were a princely state before we marge with India...so demand for a Kamatapur state is our legal demand," said another AKRSU leader.


Conclusion:For last several years, AKRSU has been demanding ST status for Rajbongshi people in Assam.

Interestingly, Rajbongshi people living in other parts of the country are recognised as ST. Several previous appeal to make them ST in Assam was rejected by both state and central government.

end.
Last Updated : Oct 2, 2019, 6:47 PM IST
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