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उत्तराखंड : बुग्यालों का सुंदर संसार, लोगों ने की विकसित करने की मांग - बुग्यालों का सुंदर संसार

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बुग्यालों (घास के मैदान) का एक खूबसूरत संसार बसता है. यहां के बुग्यालों में प्रकृति ने खुले हाथों से नेमत बरसाई है. समुद्रतल से 13,900 फीट की ऊंचाई पर स्थित गिडारा बुग्याल को स्थानीय युवाओं ने विकसित करने के लिए आवाज उठाई है. पढ़ें पूरी खबर...

Story of the Bugyalas of Uttarkashi
उत्तरकाशी में बसता है बुग्यालों का सुंदर संसार
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Published : Jul 18, 2020, 2:27 PM IST

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के पहाड़ों में प्रकृति ने अपनी खूबसूरत नेमत बिखेरी है. उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री घाटी से लेकर हिमाचल प्रदेश सीमा से सटे मोरी बंगाण के अंतिम क्षेत्र तक खूबसूरत (घास के मैदान) बुग्यालों का एक संसार बसता है. यहां प्रकृति अपनी खूबसूरती और स्वछंद वातावरण का सुखद अनुभव दिलाती है.

उत्तरकाशी जनपद में 9,000 फीट की ऊंचाई से लेकर 14,000 फीट की ऊंचाई पर कई ऐसे बुग्याल हैं, जिन्हें अभी तक पर्यटन के दृष्टिकोण से स्थान नहीं मिल पाया है. इसी क्रम में अब स्थानीय युवा क्षेत्र के बुग्यालों को सोशल मीडिया के माध्यम से विश्व मानचित्र पर स्थान दिलाने का प्रयास कर रहे हैं.

उत्तरकाशी में बसता है बुग्यालों का खूबसूरत संसार.

गिडारा बुग्याल पर्यटन उत्थान समिति ग्राम भंगेलि के युवाओं ने 13,900 फीट की ऊंचाई पर बसे गिडारा बुग्याल में पहले स्वयं ट्रैकिंग कर इसे पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने की मांग की है. यह बुग्याल भंगेली गांव से करीब 10 किमी की दूरी पर है. साथ ही जनपद मुख्यालय से इसकी दूरी महज 55 से 60 किलोमीटर है.

पढ़ें- बाबा अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे राजनाथ सिंह

दूसरी ओर हर्षिल घाटी के आठ गांवों के युवाओं ने झाला से करीब 9 से 10 किमी दूरी के ट्रैक से 4,455 मीटर की ऊंचाई पर बसे अवाना खडियानी बुग्याल को विकसित करने की योजना बनाई है. युवाओं का कहना है कि जनपद के हर क्षेत्र में खूबसूरत बुग्याल हैं. अगर इनको पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित किया जाए तो स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए आयाम बनेंगे.

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के पहाड़ों में प्रकृति ने अपनी खूबसूरत नेमत बिखेरी है. उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री घाटी से लेकर हिमाचल प्रदेश सीमा से सटे मोरी बंगाण के अंतिम क्षेत्र तक खूबसूरत (घास के मैदान) बुग्यालों का एक संसार बसता है. यहां प्रकृति अपनी खूबसूरती और स्वछंद वातावरण का सुखद अनुभव दिलाती है.

उत्तरकाशी जनपद में 9,000 फीट की ऊंचाई से लेकर 14,000 फीट की ऊंचाई पर कई ऐसे बुग्याल हैं, जिन्हें अभी तक पर्यटन के दृष्टिकोण से स्थान नहीं मिल पाया है. इसी क्रम में अब स्थानीय युवा क्षेत्र के बुग्यालों को सोशल मीडिया के माध्यम से विश्व मानचित्र पर स्थान दिलाने का प्रयास कर रहे हैं.

उत्तरकाशी में बसता है बुग्यालों का खूबसूरत संसार.

गिडारा बुग्याल पर्यटन उत्थान समिति ग्राम भंगेलि के युवाओं ने 13,900 फीट की ऊंचाई पर बसे गिडारा बुग्याल में पहले स्वयं ट्रैकिंग कर इसे पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने की मांग की है. यह बुग्याल भंगेली गांव से करीब 10 किमी की दूरी पर है. साथ ही जनपद मुख्यालय से इसकी दूरी महज 55 से 60 किलोमीटर है.

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दूसरी ओर हर्षिल घाटी के आठ गांवों के युवाओं ने झाला से करीब 9 से 10 किमी दूरी के ट्रैक से 4,455 मीटर की ऊंचाई पर बसे अवाना खडियानी बुग्याल को विकसित करने की योजना बनाई है. युवाओं का कहना है कि जनपद के हर क्षेत्र में खूबसूरत बुग्याल हैं. अगर इनको पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित किया जाए तो स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए आयाम बनेंगे.

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