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JNU हिंसा मामले में पुलिस ने 9 संदिग्धों की तस्वीर जारी की, आईशी घोष भी शामिल - jnu violence

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जॉय तिर्की और एमएस रंधावा
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Published : Jan 10, 2020, 4:24 PM IST

Updated : Jan 10, 2020, 5:52 PM IST

16:57 January 10

जांच आगे बढ़ने पर और जानकारी देगी पुलिस : PRO

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता का बयान

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी पुलिस और जानकारी साझा करेगी. दिल्ली पुलिस द्वारा तस्वीर जारी किए जाने के बाद आईशी घोष ने कहा कि दिल्ली पुलिस उनकी पूछताछ कर सकती है. मेरे पास यह दिखाने के लिए सबूत भी हैं कि मुझ पर कैसे हमला किया गया.

16:43 January 10

दिल्ली पुलिस के संदिग्धों में आईशी घोष का नाम भी शामिल, स्केच दिखाया

जांच में नौ लोगों की पहचान की गई

डीसीपी जॉय तिर्की ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान सुचेता पंकज मिश्रा, आईशी घोष, विकास पटेल, प्रिया रंजन की पहचान की गई है. इन छात्रों से जवाब मांगे गए हैं.

15:46 January 10

JNU हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की प्रेस वार्ता

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता का बयान

नई दिल्ली :JNU हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस प्रेस वार्ता कर रही है. दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) एम एस रंधावा ने कहा कि जेएनयू हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है.

दिल्ली पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान 9 संदिग्धों की पहचान की गई है. पुलिस ने कहा कि छात्रों के भविष्य को देखते  हुए संवेदनशील हैं सूचनाएं.  कई तरह की गलत जानकारियां भी चल रही हैं.

डीसीपी जॉय तिर्की ने बताया कि नकाबपोश लोगों में sfi, aisa, aisf और dsf के छात्र शामिल थे और हास्टल में खास कमरों को निशाना बनाया गया. 

हिंसा के समय ही Whatsapp ग्रुप भी बनाए गए. घटना का सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल सका. 
 

हाईकोर्ट में दाखिल याचिका
जेएनयू के प्राध्यापकों ने जेएनयू परिसर में पांच जनवरी को हुए हमला मामले में डेटा, सीसीटीवी फुटेज और साक्ष्यों को सुरक्षित रखने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिक दायर की.

कुलपति ने क्या कहा
वीसी एम जगदीश कुमार ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छात्रावास फीस वृद्धि को लेकर जो भी फैसला लिया था, उसे पूरी तरह से लागू किया जा रहा है.

एचआरडी मंत्रालय ने जेएनयू प्रशासन की टीम से मुलाकात की
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन की पांच सदस्यीय टीम से शुक्रवार को मुलाकात की. इस टीम में विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार भी शामिल थे. यह आपात बैठक परिसर में जारी स्थिति पर चर्चा करने और छात्रों एवं प्रशासन के बीच मौजूदा गतिरोध को सुलझाने के लिए बुलाई गई थी. जेएनयू के रजिस्ट्रार और तीन रेक्टर भी इस टीम का हिस्सा थे.

छात्र नेताओं ने उकसाया था
पुलिस ने गुरुवार को कहा कि जेएनयू छात्र नेताओं ने अपने साथी प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के लिये 'उकसाया' जिससे तनाव बढ़ गया. दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा कि जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों के एक समूह ने मंडी हाउस से राजेन्द्र प्रसाद रोड के रास्ते शास्त्री भवन स्थित मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक मार्च किया. शिक्षकों समेत नौ लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय के संयुक्त सचिव से मिलने चला गया.

मित्तल ने कहा कि जब तक वे बैठक में रहे, तब तक प्रदर्शनकारी शांत रहे. हालांकि, जब बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल बाहर आया, तो एक छात्र नेता ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के लिये उकसाया. उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया.

16:57 January 10

जांच आगे बढ़ने पर और जानकारी देगी पुलिस : PRO

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता का बयान

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी पुलिस और जानकारी साझा करेगी. दिल्ली पुलिस द्वारा तस्वीर जारी किए जाने के बाद आईशी घोष ने कहा कि दिल्ली पुलिस उनकी पूछताछ कर सकती है. मेरे पास यह दिखाने के लिए सबूत भी हैं कि मुझ पर कैसे हमला किया गया.

16:43 January 10

दिल्ली पुलिस के संदिग्धों में आईशी घोष का नाम भी शामिल, स्केच दिखाया

जांच में नौ लोगों की पहचान की गई

डीसीपी जॉय तिर्की ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान सुचेता पंकज मिश्रा, आईशी घोष, विकास पटेल, प्रिया रंजन की पहचान की गई है. इन छात्रों से जवाब मांगे गए हैं.

15:46 January 10

JNU हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की प्रेस वार्ता

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता का बयान

नई दिल्ली :JNU हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस प्रेस वार्ता कर रही है. दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) एम एस रंधावा ने कहा कि जेएनयू हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है.

दिल्ली पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान 9 संदिग्धों की पहचान की गई है. पुलिस ने कहा कि छात्रों के भविष्य को देखते  हुए संवेदनशील हैं सूचनाएं.  कई तरह की गलत जानकारियां भी चल रही हैं.

डीसीपी जॉय तिर्की ने बताया कि नकाबपोश लोगों में sfi, aisa, aisf और dsf के छात्र शामिल थे और हास्टल में खास कमरों को निशाना बनाया गया. 

हिंसा के समय ही Whatsapp ग्रुप भी बनाए गए. घटना का सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल सका. 
 

हाईकोर्ट में दाखिल याचिका
जेएनयू के प्राध्यापकों ने जेएनयू परिसर में पांच जनवरी को हुए हमला मामले में डेटा, सीसीटीवी फुटेज और साक्ष्यों को सुरक्षित रखने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिक दायर की.

कुलपति ने क्या कहा
वीसी एम जगदीश कुमार ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छात्रावास फीस वृद्धि को लेकर जो भी फैसला लिया था, उसे पूरी तरह से लागू किया जा रहा है.

एचआरडी मंत्रालय ने जेएनयू प्रशासन की टीम से मुलाकात की
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन की पांच सदस्यीय टीम से शुक्रवार को मुलाकात की. इस टीम में विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार भी शामिल थे. यह आपात बैठक परिसर में जारी स्थिति पर चर्चा करने और छात्रों एवं प्रशासन के बीच मौजूदा गतिरोध को सुलझाने के लिए बुलाई गई थी. जेएनयू के रजिस्ट्रार और तीन रेक्टर भी इस टीम का हिस्सा थे.

छात्र नेताओं ने उकसाया था
पुलिस ने गुरुवार को कहा कि जेएनयू छात्र नेताओं ने अपने साथी प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के लिये 'उकसाया' जिससे तनाव बढ़ गया. दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा कि जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों के एक समूह ने मंडी हाउस से राजेन्द्र प्रसाद रोड के रास्ते शास्त्री भवन स्थित मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक मार्च किया. शिक्षकों समेत नौ लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय के संयुक्त सचिव से मिलने चला गया.

मित्तल ने कहा कि जब तक वे बैठक में रहे, तब तक प्रदर्शनकारी शांत रहे. हालांकि, जब बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल बाहर आया, तो एक छात्र नेता ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के लिये उकसाया. उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया.

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Last Updated : Jan 10, 2020, 5:52 PM IST
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