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सीएम केजरीवाल का बड़ा एलान, दिल्ली में बनेगा देश का पहला प्लाज्मा बैंक

कोरोना के गंभीर मरीजों को प्लाज्मा उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली में प्लाज्मा बैंक बनाने का एलान किया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जून के पहले हफ्ते में दिल्ली में बेड की बहुत समस्या थी. लोग अस्पतालों में दर-दर की ठोकरें खाते थे और भटकते रहते थे. अब यह समस्या दूर हो गई है. लोगों को प्लाज्मा उपलब्ध कराने के लिए अब प्लाज्मा बैंक बनाए जाएंगे.

plasma bank in delhi
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
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Published : Jun 29, 2020, 3:18 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना महामारी काल में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए दिल्ली सरकार प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल कर रही है. मरीजों को प्लाज्मा उपलब्ध कराने में सहूलियत हो इसलिए दिल्ली सरकार ने तय किया है कि दिल्ली में प्लाज्मा बैंक बनाए जाएंगे.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में शायद पहला प्लाज्मा बैंक होगा. इसका मकसद है कि कोरोना संक्रमित मरीज, जो ठीक हो चुके हैं, वह अपना प्लाज्मा देकर दूसरे को बचा सकते हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस करते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

प्लाज्मा के लिए भटक रहे हैं लोग
सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जून के पहले हफ्ते में दिल्ली में बेड की बहुत समस्या थी. लोग अस्पतालों में दर-दर की ठोकरें खाते थे और भटकते रहते थे. अब यह समस्या दूर हो गई है. 13.5 हजार बेड उपलब्ध है और 7.5 हजार बेड खाली हैं. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से प्लाज्मा को लेकर के काफी अफरातफरी मची हुई है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कोरोना से संक्रमित हो गए थे. उन्हें भी प्लाजमा थेरेपी दिया गया और वह ठीक हैं.

प्लाज्मा थेरेपी का दिल्ली में हुआ इस्तेमाल
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य यहां के सरकारी अस्पताल में 29 मरीजों के ऊपर ट्रायल हुआ और जो नतीजे आए वह उत्साहवर्धक हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है और रेस्पिरेशन का लेवल बहुत बढ़ जाता है. यह देखने में आया है कि अगर समय पर प्लाज्मा दे दिया जाए तो ऑक्सीजन का लेवल बढ़ जाता है और रेस्पिरेशन लेवल भी गिर जाता है.

रिपोर्ट केंद्र को भी भेजी गई
29 मरीजों पर ट्रायल हुआ और अच्छे नतीजे आए. दिल्ली सरकार ने रिपोर्ट को केंद्र सरकार को सौंपी और उसके आधार पर केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी की इजाजत दी. अब प्लाजमा थेरेपी की तो इजाजत मिल गई है लेकिन प्लाज्मा कहां से आएं? इस समय लोग प्लाज्मा लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. दिल्ली सरकार ने तय किया है कि दिल्ली में बैंक बनाएंगे. पिछले दो-तीन दिन में औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी.

पढ़ें- तेलंगाना के गृहमंत्री महमूद अली कोरोना वायरस से संक्रमित

प्लाज्मा लेने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी
इस प्लाज्मा बैंक से सभी को प्लाज्मा मिलेगा चाहे वह सरकारी अस्पताल में हो या प्राइवेट अस्पताल में. दिल्ली के आईएलबीएस हॉस्पिटल में प्लाज्मा बैंक बनाया जाएगा. डॉक्टर की सिफारिश प्लाज्मा लेने के लिए जरूरी होगी. मुख्यमंत्री ने उन सभी लोगों से अपील की जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं कि वह अपना प्लाज्मा डोनेट करें. इससे दूसरों की जान बच जाएगी.

सीएम केजरीवाल ने कहा कि 'अगले कुछ दिनों में हम लोग मोबाइल नंबर भी जारी कर देंगे. जो लोग प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हैं वह उस पर फोन करके संपर्क करें, तो सारा इंतजाम हो जाएगा. जो मरीज अब ठीक हो रहे हैं. उनको भी प्रेरित किया जाएगा कि वो प्लाज्मा डोनेट करें. जितने भी एंटीबॉडी टेस्ट हो रहे हैं उनसे भी कहा जाएगा.'

नई दिल्ली: कोरोना महामारी काल में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए दिल्ली सरकार प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल कर रही है. मरीजों को प्लाज्मा उपलब्ध कराने में सहूलियत हो इसलिए दिल्ली सरकार ने तय किया है कि दिल्ली में प्लाज्मा बैंक बनाए जाएंगे.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में शायद पहला प्लाज्मा बैंक होगा. इसका मकसद है कि कोरोना संक्रमित मरीज, जो ठीक हो चुके हैं, वह अपना प्लाज्मा देकर दूसरे को बचा सकते हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस करते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

प्लाज्मा के लिए भटक रहे हैं लोग
सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जून के पहले हफ्ते में दिल्ली में बेड की बहुत समस्या थी. लोग अस्पतालों में दर-दर की ठोकरें खाते थे और भटकते रहते थे. अब यह समस्या दूर हो गई है. 13.5 हजार बेड उपलब्ध है और 7.5 हजार बेड खाली हैं. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से प्लाज्मा को लेकर के काफी अफरातफरी मची हुई है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कोरोना से संक्रमित हो गए थे. उन्हें भी प्लाजमा थेरेपी दिया गया और वह ठीक हैं.

प्लाज्मा थेरेपी का दिल्ली में हुआ इस्तेमाल
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य यहां के सरकारी अस्पताल में 29 मरीजों के ऊपर ट्रायल हुआ और जो नतीजे आए वह उत्साहवर्धक हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है और रेस्पिरेशन का लेवल बहुत बढ़ जाता है. यह देखने में आया है कि अगर समय पर प्लाज्मा दे दिया जाए तो ऑक्सीजन का लेवल बढ़ जाता है और रेस्पिरेशन लेवल भी गिर जाता है.

रिपोर्ट केंद्र को भी भेजी गई
29 मरीजों पर ट्रायल हुआ और अच्छे नतीजे आए. दिल्ली सरकार ने रिपोर्ट को केंद्र सरकार को सौंपी और उसके आधार पर केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी की इजाजत दी. अब प्लाजमा थेरेपी की तो इजाजत मिल गई है लेकिन प्लाज्मा कहां से आएं? इस समय लोग प्लाज्मा लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. दिल्ली सरकार ने तय किया है कि दिल्ली में बैंक बनाएंगे. पिछले दो-तीन दिन में औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी.

पढ़ें- तेलंगाना के गृहमंत्री महमूद अली कोरोना वायरस से संक्रमित

प्लाज्मा लेने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी
इस प्लाज्मा बैंक से सभी को प्लाज्मा मिलेगा चाहे वह सरकारी अस्पताल में हो या प्राइवेट अस्पताल में. दिल्ली के आईएलबीएस हॉस्पिटल में प्लाज्मा बैंक बनाया जाएगा. डॉक्टर की सिफारिश प्लाज्मा लेने के लिए जरूरी होगी. मुख्यमंत्री ने उन सभी लोगों से अपील की जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं कि वह अपना प्लाज्मा डोनेट करें. इससे दूसरों की जान बच जाएगी.

सीएम केजरीवाल ने कहा कि 'अगले कुछ दिनों में हम लोग मोबाइल नंबर भी जारी कर देंगे. जो लोग प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हैं वह उस पर फोन करके संपर्क करें, तो सारा इंतजाम हो जाएगा. जो मरीज अब ठीक हो रहे हैं. उनको भी प्रेरित किया जाएगा कि वो प्लाज्मा डोनेट करें. जितने भी एंटीबॉडी टेस्ट हो रहे हैं उनसे भी कहा जाएगा.'

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