नई दिल्ली : दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए आज मतदान होगा. इन सीटों पर करीब 668 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनके भविष्य का फैसला वोटिंग मशीन में कैद हो जाएगा. नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध के बीच दिल्ली चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य रूप से चुनाव लड़ने वालों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विजेंद्र गुप्ता और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली शामिल हैं.
नई दिल्ली सीट से मैदान में केजरीवाल
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में सबसे ज्यादा 28 उम्मीदवार नई दिल्ली विधानसभा सीट से हैं, जबकि सबसे कम 4 उम्मीदवार पटेल नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. नई दिल्ली सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव मैदान में हैं.
वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 3 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी.
घर बैठे मतदान केंद्र की भीड़ का पता
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 में मतदाता घर में बैठे-बैठे ही मतदान केंद्र पर मौजूद भीड़ का अंदाजा लगा सकेंगे. यह हैरतंगेज काम 'क्यूआर' कोड वाले 'बूथ-ऐप' से संभव हो पाएगा. साथ ही अब तक हिंदुस्तान में हो चुके तमाम विधानसभा चुनावों में इस तरह के हैरतंगेज तकनीक वाले 'ऐप' का प्रयोग करने वाला दिल्ली देश का पहला राज्य बन जाएगा.
दो लाख से ज्यादा मतदाता
दिल्ली चुनाव में 1,47,86,382 लोगों को मतदान का अधिकार है, जिनमें से 2,32,815 मतदाता 18 से 19 साल के आयुवर्ग के हैं. यह संख्या आने वाले वक्त में इसी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बढ़ भी सकती है. इस बार 13,715 मतदान केंद्र हैं. संवेदनशील मतदान केंद्रों की बात है तो 516 जगहों पर 3704 बूथ इस श्रेणी में आते हैं.
सुरक्षा के इंतजाम
चुनाव अधिकारियों ने शनिवार को होने वाले 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं. करीब 40,000 सुरक्षाकर्मियों, होमगार्ड के 19,000 जवानों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 190 कंपनियां तैनात की गई हैं.
राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के साथ ही शाहीन बाग तथा अन्य संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है.
कंट्रोल रूम से नजर
आपातकाल में मगर इतने बड़े और भारी-भरकम लाव-लश्कर के बीच बिना एक लम्हा गंवाये समन्वय बनाने का काम करेगा एक इकलौता मगर बेहद महत्वपूर्ण कंट्रोल रूम. यह कंट्रोल रूम बनाया गया है राज्य चुनाव मुख्यालय (कश्मीरी गेट) परिसर में प्रथम मंजिल पर.
111 साल सबसे बुजुर्ग मतदाता
बांग्लादेश में जन्मी दिल्ली की सबसे बुजुर्ग मतदाता कालितारा मंडल 111 साल की उम्र में भी चुनाव को लेकर जोश में है और वह मतदान करने तथा अपनी उंगली पर स्याही का निशान लगवाने के लिए बेहद उत्साहित है. दिल्ली के सीआर पार्क में रहने वाली मंडल का जन्म 1908 को अविभाजित भारत में हुआ था. दिल्ली में 132 शुतायु मतदाता हैं जिनमें 68 पुरुष और 64 महिलाएं हैं.