नई दिल्ली: भारत में हर महीने किसी न किसी धर्म का त्योहार होता है जिस कारण बाजारों में साल भर रौनक बनी रहती है और दुकानदारों में खुशी देखी जाती है लेकिन इस बार बारिश और मंहगाई की मार ने कारोबार को ठंडा कर दिया है. इसका असर रावण के पुतले बनाने वाले कारीगरों पर भी साफ दौर पर देखा जा रहा है.
गौरतलब है कि दिल्ली के सुल्तानपुरी पार्क में बड़ी तादाद में रावण के पुतलों का निर्माण किया जाता है. रावण बनाने का काम पूरे 3 महीने पहले से ही शुरू कर दिया जाता है जिसमें छोटे से लेकर बड़े रावण के पुतले बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है.
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70 रावण की हुई बुकिंग
एक रावण बनाने में 3 दिन का समय लगता है. जिसमें 4000 रुपये तक की लागत आती है जिसमें एक रावण का कीमत 300 रुपये फुट रखा जाता है. सिर्फ बुकिंग के तौर पर ही रावण बनाए जाते हैं.
रावण का पुतला बनाने वाले कारीगर ने बताया कि रावण बनाने का काम परिवार में बहुत पहले से चला आ रहा है. दशहरे से 3 महीने पहले ही परिवार के सभी सदस्य रावण बनाने में जुट जाते हैं. रावण बनाने का बाजार अब ठप पड़ गया है. हर साल जहां 150 रावण तैयार करते थे इस बार 70 रावण की बुकिंग हुई है.