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मौत के बाद भी दुर्दशा : दुबई में मृत कमलेश का शव दिल्ली लाकर वापस भेजा गया - टिहरी के युवक की दुबई में मौत

स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता की मदद से जैसे-तैसे कमलेश भट्ट का शव गुरुवार को दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया था. लेकिन एयरपोर्ट प्रशासन ने शव परिजनों को नहीं सौंपा बल्कि वापस दुबई भेज दिया.

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मृतक का परिवार
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Published : Apr 24, 2020, 4:52 PM IST

Updated : Apr 24, 2020, 6:11 PM IST

टिहरी : कोरोना वायरस से बचाव के क्रम में लागू देशव्यापी लॉकडाउन से कई लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तराखंड के टिहरी जिले से. यहां सकलाना पट्टी निवासी कमलेश भट्ट की 16 अप्रैल को दुबई में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, लेकिन अब तक परिजनों को शव नहीं मिला है.

जानकारी के मुताबिक, सकलाना पट्टी के सेमवाल गांव निवासी कमलेश भट्ट की 16 अप्रैल को दुबई में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. गुरुवार को कमलेश का शव दुबई से भारत भी भेजा गया था, लेकिन परिजनों को नहीं मिला. शव को लेने के लिए परिजन दिल्ली भी गए थे, लेकिन अधिकारियों ने शव को दुबई वापस भेज दिया है. परिजन निराश होकर घर लौट आए.

दुबई में मृत कमलेश के बारे में परिजन का बयान

पढ़ें- इंसानियत को राह दिखाता रहमान, गरीबों के लिए खर्च किए हज के पैसे

सामाजिक कार्यकर्ता रोशन रतूड़ी के काफी प्रयासों के बाद कमलेश का शव 23 अप्रैल को अबूधाबी एयरपोर्ट से कार्गो विमान के जरिए दिल्ली पहुंचाया गया था. लेकिन देर रात ही भारतीय दूतावास से आदेश आया कि विदेश से आने वाले किसी शव को न लिया जाए. इस वजह से कमलेश का शव परिजनों को नहीं मिला और वापस दुबई भेज दिया गया.

tehri youth kamlesh
कमलेश भट्ट का पासपोर्ट

परिजनों को कमलेश के शव के बिना ही लौटना पड़ा. परिजनों ने राज्य और केंद्र सरकार से कमलेश का शव भारत वापस लाने की मांग की है.

tehri youth kamlesh
कमलेश के शव का ताबूत

बात दें कि जौनपुर ब्लॉक के सेमवाल गांव निवासी कमलेश भट्ट यूएई के अबू धाबी के एक होटल में तीन साल से नौकरी करता था. बीते 16 अप्रैल को उसकी तबीयत खराब होने पर दुबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई. समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने कमलेश के परिजनों को इस हादसे की सूचना दी. हालांकि कमलेश की मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है.

टिहरी : कोरोना वायरस से बचाव के क्रम में लागू देशव्यापी लॉकडाउन से कई लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तराखंड के टिहरी जिले से. यहां सकलाना पट्टी निवासी कमलेश भट्ट की 16 अप्रैल को दुबई में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, लेकिन अब तक परिजनों को शव नहीं मिला है.

जानकारी के मुताबिक, सकलाना पट्टी के सेमवाल गांव निवासी कमलेश भट्ट की 16 अप्रैल को दुबई में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. गुरुवार को कमलेश का शव दुबई से भारत भी भेजा गया था, लेकिन परिजनों को नहीं मिला. शव को लेने के लिए परिजन दिल्ली भी गए थे, लेकिन अधिकारियों ने शव को दुबई वापस भेज दिया है. परिजन निराश होकर घर लौट आए.

दुबई में मृत कमलेश के बारे में परिजन का बयान

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सामाजिक कार्यकर्ता रोशन रतूड़ी के काफी प्रयासों के बाद कमलेश का शव 23 अप्रैल को अबूधाबी एयरपोर्ट से कार्गो विमान के जरिए दिल्ली पहुंचाया गया था. लेकिन देर रात ही भारतीय दूतावास से आदेश आया कि विदेश से आने वाले किसी शव को न लिया जाए. इस वजह से कमलेश का शव परिजनों को नहीं मिला और वापस दुबई भेज दिया गया.

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कमलेश भट्ट का पासपोर्ट

परिजनों को कमलेश के शव के बिना ही लौटना पड़ा. परिजनों ने राज्य और केंद्र सरकार से कमलेश का शव भारत वापस लाने की मांग की है.

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कमलेश के शव का ताबूत

बात दें कि जौनपुर ब्लॉक के सेमवाल गांव निवासी कमलेश भट्ट यूएई के अबू धाबी के एक होटल में तीन साल से नौकरी करता था. बीते 16 अप्रैल को उसकी तबीयत खराब होने पर दुबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई. समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने कमलेश के परिजनों को इस हादसे की सूचना दी. हालांकि कमलेश की मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है.

Last Updated : Apr 24, 2020, 6:11 PM IST
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