नई दिल्ली: भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (DCGI) के अधिकारियों ने बताया कि इस साल अब तक 25 नई दवाओं को मंजूरी दी गई है, जिसमें तीन कोविड-19 ड्रग शामिल हैं. इस बीच भारत ने पिछले 24 घंटों के दौरान एक मिलियन कोरोना टेस्ट कर रिकॉर्ड बनाया.
डीजीसीआई के अधिकारियों ने बताया कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे बच्चे और वयस्क जो कोरोना संदिग्ध हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं उन्हें रेमडेसिवीर इंजेक्शन 5 mg / mL और इंजेक्शन के लिए रेमडेसिवीर लियोफिलाइज्ड पाउडर 100 mg देने की अनुमति दी गई है. इनका उपयोग आपातकालीन स्थिति में किया जाएगा.
इसी तरह कम गंभीर रूप से कोविड-19 वायरस से ग्रसित बीमार लोगों के इलाज के लिए फेविपिराविर बल्क और फेविरपिराविर टैबलेट 200 एमजी और 400 एमजी दवा देने की अनुमति दी गई है.
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क्रोनिक किडनी वाले रोगियों के लिए जो डायलिसिस पर हैं उनमें सीरम फास्फोरस के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सुक्रोफेरिक ऑक्सीहाइड्रॉक्साइड बल्क और सुक्रोफेरिक ऑक्सीहाइड्रॉक्साइड चबाने वाले टैबलेट 500mg जैसी दवाओं को भी मंजूरी दी गई है.
पिछले वर्ष डीसीजीआई द्वारा 26 नई दवाओं को मंजूरी दी गई थी.
इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत ने शुक्रवार को 10,23,836 परीक्षण किए. अब तक 3.4 करोड़ लोगों का कोरोना के लिए परीक्षण किया जा चुका है. ये परीक्षण देशभर में 1511 प्रयोगशालाओं (सार्वजनिक और निजी दोनों) में किए गए.