ETV Bharat / bharat

बेटियों ने निभाया बेटे का फर्ज, मां को दी मुखाग्नि - जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी

दुमका में बेटे ने वर्षों पहले अपनी मां को बेसहारा छोड़ दिया था. मां की मृत्यु के बाद दो बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाया और अपनी मां को कंधा देकर समाज में एक मिसाल कायम की. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

घटना स्थल की तस्वीर
author img

By

Published : Oct 16, 2019, 10:21 PM IST

दुमका : जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी की मौत के बाद उनकी दो बेटिंयां अपनी मां को कंधों पर उठाकर न सिर्फ शव यात्रा में शामिल हुईं, बल्कि अंत्येष्टि कर्म को लेकर बेटे की तरह छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम की है.

जानकारी के मुताबिक उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 साल पहले मृत्यु हो गई थी. उमा देवी की पांच संतानों में तीन पुत्र और दो पुत्रियां हैं, पति के मृत्यु के बाद उमा देवी की पुत्र के साथ अनबन हो गयी और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी. उसके पुत्रों ने उसका एक तरह से परित्याग कर दिया था, जिसके बाद दोनों बेटियां ही बेटे की तरह सहारा बनीं.

बेटियों ने निभाया फर्ज.

ये भी पढ़ें - झारखंड के 24 किसान इजराइल के लिए रवाना, सीखेंगे कृषि तकनीक के नए गुर

बेटे की चाहत रखने वालों को सीख

वहीं, उमा देवी की मृत्यु के बाद दोनों बेटियों ने कंधा देकर मुखाग्नि कर्म से लेकर अंत्येष्टि कर्म तक करने का बीड़ा उठाया, जिसका लोगों ने भी साथ दिया और उनकी प्रशंसा भी की. लोगों ने कहा कि इससे उन लोगों को समझना चाहिए, जो बेटे की चाहत में बेटियों की बलि दे देते हैं. उनके लिए यह दृश्य एक बड़ी सीख है.

बेटियों ने निभाया फर्ज

दुमका : जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी की मौत के बाद उनकी दो बेटिंयां अपनी मां को कंधों पर उठाकर न सिर्फ शव यात्रा में शामिल हुईं, बल्कि अंत्येष्टि कर्म को लेकर बेटे की तरह छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम की है.

जानकारी के मुताबिक उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 साल पहले मृत्यु हो गई थी. उमा देवी की पांच संतानों में तीन पुत्र और दो पुत्रियां हैं, पति के मृत्यु के बाद उमा देवी की पुत्र के साथ अनबन हो गयी और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी. उसके पुत्रों ने उसका एक तरह से परित्याग कर दिया था, जिसके बाद दोनों बेटियां ही बेटे की तरह सहारा बनीं.

बेटियों ने निभाया फर्ज.

ये भी पढ़ें - झारखंड के 24 किसान इजराइल के लिए रवाना, सीखेंगे कृषि तकनीक के नए गुर

बेटे की चाहत रखने वालों को सीख

वहीं, उमा देवी की मृत्यु के बाद दोनों बेटियों ने कंधा देकर मुखाग्नि कर्म से लेकर अंत्येष्टि कर्म तक करने का बीड़ा उठाया, जिसका लोगों ने भी साथ दिया और उनकी प्रशंसा भी की. लोगों ने कहा कि इससे उन लोगों को समझना चाहिए, जो बेटे की चाहत में बेटियों की बलि दे देते हैं. उनके लिए यह दृश्य एक बड़ी सीख है.

बेटियों ने निभाया फर्ज
Intro: दुमका- जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी की मौत पर उसकी दो पुत्रियों ने ना सिर्फ मां को अपने कंधों पर लादकर शव यात्रा में शामिल हुई बल्कि मृत्यु उमा देवी के अंत्येष्टि कर्म को लेकर एक पुत्री एक पुत्र की भांति छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम किया।उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी, उमा देवी की पांच संतानों में 3 पुत्र और दो पुत्रियां है पति के मृत्यु के बाद उमा देवी का पुत्र से अनबन हो गया और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी। उसके पुत्रों ने उसे एक तरह से परित्याग कर दिया था। तब आखिरकार दोनों पुत्रियों ने पुत्र बनकर मां को कंधा देने और मुखाग्नि कर्म से लेकर अंत्येष्टि कर्म करने की बीड़ा उठाया।जिसका समाज में काफी प्रशंसा की जा रही है।और लोगों ने कहा इसे बेटा चाहने वालों को बड़ी सीख मिलेगी।Body: दुमका- जरमुंडी हटिया टोला निवासी मां देवी की मौत पर उसकी दो पुत्रियों ने ना सिर्फ मृत मां को अपने कंधों पर लादकर शव यात्रा में शामिल हुई, बल्कि मृत्य उमा देवी के अत्येष्टि कर्म को लेकर एक पुत्र की भांति छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम किया।उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। उमा देवी की पांच संतानों में 3 पुत्र और दो पुत्रियां है, पति की मृत्यु के बाद उमा देवी का पुत्र से अनबन हो गया और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी। उसके पुत्रों ने उसे एक तरह से परित्याग कर दिया था। तब आखिरकार दोनों पुत्रियों ने पुत्र बनकर मां को कंधा देने और मुखाग्नि कर्म से लेकर अत्येष्टि कर्म करने की बिडा उठाया जिसका समाज में काफी प्रशंसा हो रही है। लोगों ने कहा इसे बेटा चाहने वालों कोई बड़ी सीख मिल रही है।Conclusion: दुमका -जरमुंडी में पुत्री ने दिया मां को मुखाग्नि समाज के लोगों में पुत्री को मिल रही है काफी प्रशंसा ।पुत्रियों ने कहा बेटा बेटी एक समान होता है। इससे समाज में बेटा चाहने वाले लोगों को एक अच्छा संदेश गया,और पुत्रियों को समाज में काफी प्रशंसा मिल रही है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.