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महबूबा मुफ्ती ने पांच अगस्त से हिरासत में लिए गए लोगों का ब्यौरा मांगा

केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से कई नेताओं को नजरबंद करके रखा गया है. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती उनमें से एक हैं. उन्होंने अपनी बेटी इल्तिजा की मदद से सरकार से उन लोगों का ब्योरा मांगा है जिनको 5 अगस्त के बाद गिरफ्तार किया गया था. पढ़ें पूरी खबर

महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)
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Published : Sep 20, 2019, 11:46 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 9:54 AM IST

नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सरकार से बच्चों और महिलाओं सहित उन लोगों का ब्यौरा मुहैया कराने के लिए कहा है जिन्हें पांच अगस्त के बाद से हिरासत में लिया गया है. उन्होंने राज्य के बाहर जेलों में बंद लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी है.

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने और इसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटे जाने के बाद से हिरासत में बंद मुफ्ती ने अपनी बेटी इल्तिजा के मार्फत भेजे गए पत्र में यह जानकारी मांगी है. उनकी बेटी ने हाल में उनसे मुलाकात की थी.

इल्तिजा ने केंद्रीय गृह सचिव और जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव को पत्र लिखकर सूचना मांगी. उन्होंने कहा कि उनकी मां ने सूचना मांगने का निर्देश दिया है.

इल्तिजा ने पत्र में कहा, 'मेरी मां महबूबा मुफ्ती को पांच अगस्त की शाम से ही हिरासत में रखा गया है. मैं पिछले हफ्ते कुछ मिनट के लिए उनसे मिल सकी थी. उनके साथ मेरी मुलाकात में मेरी मां ने राष्ट्रपति द्वारा जारी संवैधानिक आदेशों और पुनर्गठन कानून पारित होने के बाद हुई गिरफ्तारियों और हिरासत में लोगों को रखे जाने पर चिंता जताई है.'

पढ़ें-कश्मीरियों ने लगाई पीएम से गुहार- घाटी में कम-से-कम इनकमिंग कर दें बहाल

इस पत्र को महबूबा के ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि अपनी मां का ट्विटर हैंडल वह उनकी अनुमति से संचालित कर रही हैं.

JK situation etv bharat
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का पत्र

शुक्रवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने में कहा, हर कश्मीरी को पत्थरबाज या आतंकवादी मान लेना गलत है. हर कश्मीरी पत्थरबाज नहीं है. हमें भी दूसरों की तरह आकांक्षाएं हैं.

आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त होने के बाद से कई नेता कश्मीर में हिरासत में हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, फारूक और उमर अब्दुल्ला समेत अन्य नेता शामिल हैं.

इल्तिजा ने आगे कहा, हम लिंचिग के बारे में सुनते हैं. मैं जानना चाहती हूं कि लिंचिग को लेकर कितने लोगों को नजरबंद किया गया है.

उन्होंने कहा, हरियाणा को बालात्कार की राजधानी कहा जाता है. क्या आप हरियाणा के हर पुरुष को नजरबंद कर देगें क्योंकि वह शायद किसी का बलात्कार कर सकते हैं.

जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधों के लागू होने के 45 दिन पूरे होने पर इल्तिजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी. अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद केंद्र ने वहां पर प्रतिबंध लगाए थे.

सरकार का कहना है कि प्रतिबंधों को शांति बनाए रखने और अप्रिय घटना को घटित होने से रोकने के लगू किया गया है.

नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सरकार से बच्चों और महिलाओं सहित उन लोगों का ब्यौरा मुहैया कराने के लिए कहा है जिन्हें पांच अगस्त के बाद से हिरासत में लिया गया है. उन्होंने राज्य के बाहर जेलों में बंद लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी है.

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने और इसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटे जाने के बाद से हिरासत में बंद मुफ्ती ने अपनी बेटी इल्तिजा के मार्फत भेजे गए पत्र में यह जानकारी मांगी है. उनकी बेटी ने हाल में उनसे मुलाकात की थी.

इल्तिजा ने केंद्रीय गृह सचिव और जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव को पत्र लिखकर सूचना मांगी. उन्होंने कहा कि उनकी मां ने सूचना मांगने का निर्देश दिया है.

इल्तिजा ने पत्र में कहा, 'मेरी मां महबूबा मुफ्ती को पांच अगस्त की शाम से ही हिरासत में रखा गया है. मैं पिछले हफ्ते कुछ मिनट के लिए उनसे मिल सकी थी. उनके साथ मेरी मुलाकात में मेरी मां ने राष्ट्रपति द्वारा जारी संवैधानिक आदेशों और पुनर्गठन कानून पारित होने के बाद हुई गिरफ्तारियों और हिरासत में लोगों को रखे जाने पर चिंता जताई है.'

पढ़ें-कश्मीरियों ने लगाई पीएम से गुहार- घाटी में कम-से-कम इनकमिंग कर दें बहाल

इस पत्र को महबूबा के ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि अपनी मां का ट्विटर हैंडल वह उनकी अनुमति से संचालित कर रही हैं.

JK situation etv bharat
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का पत्र

शुक्रवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने में कहा, हर कश्मीरी को पत्थरबाज या आतंकवादी मान लेना गलत है. हर कश्मीरी पत्थरबाज नहीं है. हमें भी दूसरों की तरह आकांक्षाएं हैं.

आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त होने के बाद से कई नेता कश्मीर में हिरासत में हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, फारूक और उमर अब्दुल्ला समेत अन्य नेता शामिल हैं.

इल्तिजा ने आगे कहा, हम लिंचिग के बारे में सुनते हैं. मैं जानना चाहती हूं कि लिंचिग को लेकर कितने लोगों को नजरबंद किया गया है.

उन्होंने कहा, हरियाणा को बालात्कार की राजधानी कहा जाता है. क्या आप हरियाणा के हर पुरुष को नजरबंद कर देगें क्योंकि वह शायद किसी का बलात्कार कर सकते हैं.

जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधों के लागू होने के 45 दिन पूरे होने पर इल्तिजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी. अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद केंद्र ने वहां पर प्रतिबंध लगाए थे.

सरकार का कहना है कि प्रतिबंधों को शांति बनाए रखने और अप्रिय घटना को घटित होने से रोकने के लगू किया गया है.

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MH-KASHMIR-ILTIJA (CORR)
Not every Kashmiri potential stone-pelter or terrorist: Iltija
         (Eds: dropping word in fourth para)
         Mumbai, Sep 20 (PTI) Iltija Mufti, the daughter of
former Jammu and Kashmir Chief Minister Mehobooba Mufti, on
Friday attacked the Modi-led government for holding her mother
and other state political leaders under preventive detention.
         Speaking at the India Today Conclave here, she also
said it is wrong to assume that every Kashmiri is a potential
stone-pelter or a terrorist.
         "Every Kashmiri is not a stone-pelter. We are as
aspirational as others," she said.
         Iltija also challenged the assertion that "political
dynasties" had destroyed Kashmir over the years.
         "The government pushes the narrative of some dynasties
having destroyed Kashmir, because that serves its narrative,"
she said.
         A host of political leaders continue to remain under
detention in Kashmir, including three former chief ministers
Farooq and Omar Abdullah and Mehbooba Mufti, after the state's
special status was revoked last month.
         "We hear about lynchings. I want to know how many
people have been put under preventive detention over these
lynchings," Iltija said.
         Haryana is called the rape capital, she said. "Are you
telling me that you are going to put all Haryanvi men under
house arrest because they may be potential rapists," she
added.
         Her remarks came as the clampdown in Jammu and Kashmir
completed 45 days. Restrictions were put in place in the state
after the Centre moved to scrap Jammu and Kashmir's special
status and to separate the state into two Union Territories.
         The government says the restrictions are needed to
maintain peace in Kashmir and to prevent untoward incidents.
         At the same event earlier on Friday, Union Minister of
State Jitendra Singh defended the BJP-led government's move,
saying protecting human rights was important than ensuring
internet connectivity. PTI
VT
VT
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09201903
NNNN
Last Updated : Oct 1, 2019, 9:54 AM IST
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