गोहाटी: कर्नाटक के मैसूर के डी कृष्णा कुमार किसी श्रवण कुमार से कम नहीं हैं. वे अपनी मां कंधे पर उठा के तो नहीं मगर स्कूटर पर बैठा के भारत भ्रमण करा रहे हैं. कृष्णा स्कूटर पर अपनी मां को देश के कोने कोने में मौजूद मंदिरों के दर्शन करा रहे हैं.
बीते दिनों अपने स्कूटर से कृष्णा और उनकी मां असम के तिनसुकिया पहुंचे. वहां मौजूद तीर्थ स्थलों पर वे अपनी मां को ले गए. मीडिया के पूछने पर कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं, उन्होंने ज्वाब दिया कि ये माता की सेवा संकल्प यात्रा है. इस यात्रा की शुरूआत हमने 16 जनवरी 2018 को मैसूर से ही की.
आगे वे कहते हैं कि सबसे पहले हम केरल गए और वहां से तामिलनाडु और पुडुचेरी. इसके बाद हम कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़, ओडीशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार के भी तीर्थ स्थलों के दर्शन किए. यही नहीं हम नेपाल और भूटान भी जा चुके हैं. आगे हम अरुणाचल के परशुराम कुंड भी जाएंगे.
कृष्णा की मां 70 साल की हैं. इस उम्र में लोग तीर्थ दर्शन करना भी चाहते हैं ऐसे में कृष्णा उनकी सभी मनोकामनाओं को पूरा कर रहे हैं.