बेंगलुरु : कर्नाटक के तटीय इलाकों से गुजर रहे क्यार चक्रवात का राज्य में काफी प्रभाव पड़ रहा है. चक्रवात के कारण प्रदेश के उडुपी जिले के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने पहले ही शहर को रेड अलर्ट पर रखा था. इसके साथ ही यह चक्रवात रविवार को महाराष्ट्र में पंहुचेगा, लेकिन इसका असर शुक्रवार से ही महाराष्ट्र में दिखाई देने लगा है. इसी कारण से पालघर में कई नौकाएं किनारे लगा दी गई हैं.
महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में चक्रवाती तूफान क्यार के चलते मूसलाधार बारिश हो सकती है. यह जानकारी मौसम विभाग ने दी.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पूर्व और मध्य अरब सागर में समुद्र की स्थिति विकट होने की आशंका जताई है. दरअसल क्यार तूफान के कारण अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी कर्नाटक तट पर इसका गंभीर असर होगा.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते पालघर जिला कलेक्टर कैलाश शिंदे ने मछुआरों को समुद्र तट पर नहीं जाने की चेतवानी दी है.
जिला मत्स्य अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि 1411 नौकाएं समुद्र में गई थीं, जिनमें से 1,378 लौट आईं जबकि शेष 33 नौकाओं को सुरक्षित समुद्र किनारे लाने के प्रयास जारी हैं.
इससे एक दिन पहले मौसम विभाग के मुंबई केंद्र ने कहा कि अरब सागर में गहरे विक्षोभ के चलते चक्रवाती तूफान क्यार तेज हो गया है.
कर्नाटक में क्यार चक्रवात का कहर जारी है. भारत के पश्चिमी तट मंगलुरु के आस-पास मौसम की स्थिति देखते हुए मछली पकड़ने वाली लगभग 100 नौकाओं और हजारों लोगों को बचाकर बंदरगाह से सुरक्षित स्थान पर आश्रय दिया गया है.
बता दें कि इससे पहले दक्षिण कन्नड़ जिले में गुरुवार रातभर भारी बारिश और शुक्रवार को रुक-रुककर बारिश हुई. इससे पूरा शहर तालाब में तब्दील हो गया. इन क्षेत्रों में चक्रवात से कई पेड़ गिर गये हैं. इसके साथ ही कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
आईएमडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 'चक्रवात महाराष्ट्र के रत्नागिरी से 190 किलोमीटर दूरी पर है.'
आईएमडी और कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक के समुद्री तटों की स्थिति भी बिगड़ सकती है.
दक्षिण, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस क्षेत्र में अगले 24 घंटों में भारी वर्षा (200 मिमी से अधिक) होने की संभावना है.
बता दें कि दक्षिण कन्नड़ जिले में शुक्रवार को 32.4 मिमी बारिश हुई. इसमें मंगलुरु, बंतवाल और बेल्थांगडी में पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बारिश हुई है.
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सूत्रों ने कहा कि नेथरावती नदी का स्तर भी बढ़ रहा है और खतरे के स्तर 29.5 मीटर से 4.5 मीटर नीचे है.
आईएमडी ने अगले 24 से 36 घंटों के लिए तीन मीटर से 3.3 मीटर के बीच मंगलुरु, मालपे और कारवार तट पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले दो दिनों तक समुद्र में न जाएं.