हैदराबाद : अंतरिक्ष में रुचि लेने वाले एक भारतीय नागरिक शनमुगा सुब्रमण्यम ने उस जगह का पता लगाया है, जहां चंद्रयान दो के साथ भेजा गया विक्रम लैंडर क्रैश हुआ था.
शनमुगा सुब्रमण्यम ने पहले अमेरिका के ऑर्बिटिंग कैमरा से चंद्रमा की तस्वीरों का निरीक्षण किया. इसके बाद नासा ने मंगलवार तड़के एक बयान जारी किया.
नासा के बयान के बाद शनमुगा ने कहा, 'मैं एक सामान्य स्थान पर कुछ विशेष खोजने में सक्षम था, इसलिए, मैंने सोचा कि यह मलबे होना चाहिए. इससे बहुत से लोगों का प्रेरणा मिलनी चाहिए.'
इसमें कहा गया है कि उसे भारतीय चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर का दुर्घटनास्थल और मलबा मिला है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस जगह का पता शनमुगा सुब्रमण्यम ने पता लगाया, जहां विक्रम लैंडर चांद की सतह से टकराया था.
शनमुगा ने खुद लूनर रिकनाइसांस ऑर्बिटल कैमरा (एलआरओसी) से तस्वीरें डाउनलोड कीं.
खबरों के मुताबिक शनमुगा के योगदान की पुष्टि नासा और एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी ने सोमवार को की. सुब्रमण्यम ने उस मलबे का पता किया, जिसकी तलाश वैज्ञानिक कर रहे थे, और उन्होंने वैज्ञानिकों की वह जगह खोजने में मदद की, जहां विक्रम लैंडर क्रैश हुआ था.
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अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगलवार को इसकी घोषणा की है कि विक्रम लैंडर का मलबा मिल गया है और जहां क्रैश हुआ, उस जगह की तस्वीर भी जारी की गई है. नासा ने अपने बयान में कहा, 'शनमुगा ने सबसे पहले मैन क्रैश साइट से लगभग 750 मीटर उत्तर पश्चिम में मलबा देखा.'