नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) केंद्र सरकार की गरीब विरोधी और कॉर्पोरेट हितैषी नीतियों के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है.
पूर्व सांसद और सीपीएम के वरिष्ठ नेता हन्नान मोल्ला ने ईटीवी भारत को बताया कि उनकी पार्टी सरकार के खिलाफ एक बड़े आंदोलन का शुरुआत करेगी.
मोल्ला ने कहा कि धार्मिक कार्ड और राष्ट्रवाद का उपयोग करके, सरकार गरीब लोगों के जीवन के साथ खेल रही है.
बकौल मोल्ला, 'सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियां पूरी तरह से लोग-विरोधी है. भारत 45 वर्षों में सबसे बड़ी बेरोजगारी की समस्या का सामना कर रहा है. मोटर उद्योग से जुड़े 10 लाख से अधिक लोगों को अपनी नौकरियां जाने वाली है.'
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उन्होंने कहा कि सरकार ने सिर्फ कुछ कॉरपोरेट्स के कल्याण के लिए काम किया है. यहां तक कि बीएसएनएल जैसे सरकारी संगठनों का भी बुरा हाल है. यह सरकार रोजगार पैदा नहीं कर सकती है.
मोल्ला ने अनुसार उनकी पार्टी लोगों तक पहुंचेगी और सरकार द्वारा अपनाई जा रही जनविरोधी नीतियों के बारे में जागरूक करेगी.
सीपीएम के वरिष्ठ नेता हन्नान मोल्ला ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि लोग वास्तविक स्थिति को समझेंगे.'