नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने BSF के डीजी केके शर्मा को पश्चिम बंगाल और झारखंड में चुनावों के लिए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक के रूप में हटाने की मांग की है. CPM पोलित ब्यूरो के सदस्य नीलोत्पलबसु ने कहा, 'हमने चुनाव आयोग से इस नियुक्ति पर पुनर्विचार और पुनर्विचार करने का आग्रह किया है.'
CPM पोलित ब्यूरो के सदस्य नीलोत्पलबसु ने कहा कि डीजी केके शर्मा, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं, ने कोलकाता में दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लिया, जो सीमांत चेतना मंच द्वारा आयोजित किया गया था. और यह RSS समर्थित सीमा जागरण मंच का हिस्सा है, जो एक अखिल भारतीय निकाय है. और इसका उद्देश्य देश भर के सीमावर्ती क्षेत्रों में देशभक्ति जताना है.
बसु ने कहा, 'चुनाव आयोग को तुरंत नियुक्ति रद्द करनी चाहिए और हमने चुनाव आयुक्त से भी इसके लिए अपील की है.'
बता दें, चुनाव आयोग ने मंगलवार को चार विशेष पर्यवेक्षकों, दो सेवानिवृत्त आईआरएस और दो आईपीएस अधिकारी को नियुक्त किया है. जो लोकसभा चुनाव के दौरान चुनिंदा संवेदनशील राज्यों में मतदाताओं को काले धन के दुरुपयोग और अवैध अभियोगों की जांच करने और सुरक्षा बलों की तैनाती की निगरानी करने जैसे मामलों को देखेंगे. शर्मा उनमें से एक हैं.
शर्मा 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं तथा सेवानिवृत्त हो चुके हैं. उनको राज्य में तैनात होने वाली केंद्रीय फोर्स के मूवमेंट की जिम्मेवारी दी गई है.
साथ ही, CPM ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब पर चुनाव प्रक्रिया के दौरान विपक्ष के खिलाफ बल लागू करने का भी आरोप लगाया.