ETV Bharat / bharat

'मिशन शक्ति' पर मोदी को EC की क्लिन चिट, CPM ने फिर से की शिकायत

मिशन शक्ति पर चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को क्लिन चिट दे दी है. सीपीएम अब भी सहमत नहीं है. आयोग के सामने पार्टी फिर से शिकायत लेकर गई है. जानें विस्तार से क्या है शिकायत.

सीताराम येचुरी फाइल फोटो
author img

By

Published : Mar 30, 2019, 5:27 PM IST

नई दिल्ली: सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ दोबारा चुनाव आयोग से शिकायत की है. उनके अनुसार मिशन शक्ति को लेकर पीएम मोदी का संबोधन सही नहीं था. इसलिए इस पर व्यापक परिप्रेक्ष्य में पुनर्विचार की जरूरत है.

आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को इस मामले पर क्लिन चिट दे दी है. चुनाव आयोग ने कहा कि आचार संहिता के भाग सात, पैरा चार के प्रावधानों के संदर्भ में प्रधानमंत्री के संबोधन से सरकारी मीडिया का दुरुपयोग नहीं हुआ है.

cpm letter
सीताराम येचुरी का पत्र

इस पर येचुरी ने कहा कि यह एक संकुचित फैसला है. आयोग इस पर दोबारा विचार करे.

सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि आयोग की जांच सिर्फ सरकारी मीडिया के दुरुपयोग तक सीमित रही. इसमें निहित व्यापक महत्व का मुद्दा यह था कि चुनावी दौड़ में शामिल प्रधानमंत्री ने चुनाव के दौरान हमारे वैज्ञानिकों की उपलब्धि का बखान किया. इससे प्रधानमंत्री कार्यालय का चुनावी मकसद से दुरुपयोग किये जाने का गंभीर मामला उत्पन्न हुआ है.

पढ़ें-चुनाव के बाद होगा बीजेपी विरोधी धर्मनिरपेक्ष मोर्चा सरकार का गठन: CPM

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संबोधन के तुरंत बाद खुद को न सिर्फ जमीन और आसमान का चौकीदार बताया, बल्कि अंतरिक्ष का भी चौकीदार बताया.

येचुरी के अनुसार मोदी ने संबोधन के दौरान ये भी कहा कि मौजूदा सरकार ने इस उपलब्धि को हासिल करने का माद्दा दिखाया, जबकि पिछली सरकार (मनमोहन सिंह) में यह कर दिखाने का साहस नहीं था.

येचुरी ने दलील दी कि सामान्यत: संबद्ध संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा इस उपलब्धि को देश के साथ साझा किया जाना चाहिये था, लेकिन प्रधानमंत्री ने स्वयं यह काम करने का फैसला किया.

नई दिल्ली: सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ दोबारा चुनाव आयोग से शिकायत की है. उनके अनुसार मिशन शक्ति को लेकर पीएम मोदी का संबोधन सही नहीं था. इसलिए इस पर व्यापक परिप्रेक्ष्य में पुनर्विचार की जरूरत है.

आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को इस मामले पर क्लिन चिट दे दी है. चुनाव आयोग ने कहा कि आचार संहिता के भाग सात, पैरा चार के प्रावधानों के संदर्भ में प्रधानमंत्री के संबोधन से सरकारी मीडिया का दुरुपयोग नहीं हुआ है.

cpm letter
सीताराम येचुरी का पत्र

इस पर येचुरी ने कहा कि यह एक संकुचित फैसला है. आयोग इस पर दोबारा विचार करे.

सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि आयोग की जांच सिर्फ सरकारी मीडिया के दुरुपयोग तक सीमित रही. इसमें निहित व्यापक महत्व का मुद्दा यह था कि चुनावी दौड़ में शामिल प्रधानमंत्री ने चुनाव के दौरान हमारे वैज्ञानिकों की उपलब्धि का बखान किया. इससे प्रधानमंत्री कार्यालय का चुनावी मकसद से दुरुपयोग किये जाने का गंभीर मामला उत्पन्न हुआ है.

पढ़ें-चुनाव के बाद होगा बीजेपी विरोधी धर्मनिरपेक्ष मोर्चा सरकार का गठन: CPM

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संबोधन के तुरंत बाद खुद को न सिर्फ जमीन और आसमान का चौकीदार बताया, बल्कि अंतरिक्ष का भी चौकीदार बताया.

येचुरी के अनुसार मोदी ने संबोधन के दौरान ये भी कहा कि मौजूदा सरकार ने इस उपलब्धि को हासिल करने का माद्दा दिखाया, जबकि पिछली सरकार (मनमोहन सिंह) में यह कर दिखाने का साहस नहीं था.

येचुरी ने दलील दी कि सामान्यत: संबद्ध संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा इस उपलब्धि को देश के साथ साझा किया जाना चाहिये था, लेकिन प्रधानमंत्री ने स्वयं यह काम करने का फैसला किया.

hans news on cpm
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.