नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने कन्हैया कुमार पर जेएनयू देशद्रोह केस चलाने की मंजूरी देने के लिए अदालत से एक महीने का समय मांगा है. AAP सरकार की मांगके बाद बीजेपी ने AAP और कन्हैया पर हमलावर है. सीपीआई ने बीजेपी पर पलटवार किया है. सीपीआई ने कहा कि बीजेपी केकहने पर कन्हैया को फंसाया गया है और चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है.
दरअसल, AAP की सरकार ने 2016 में जेएनयू नारे मामले में कन्हैया कुमार के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी देने या न देने के लिए जिला अदालत के समक्ष एक महीने का समय मांगा है.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव के नारायण और दिल्ली के राज्य सचिव दिनेश वार्ष्णेय से बात की.
CPI की छवि खराब करने लगवाए थे नारे
नारायण ने कहा कि 2016 के इस पूरे मामले को भाजपा के कहने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं ने प. बंगाल में लेफ्ट पार्टी की नकारात्मक छवि बनाने के लिए गढ़ा था. उन्होंने आगे कहा कि कन्हैया कुमार के खिलाफ 400 पेज की चार्जशीट भी दाखिल की गई है, लेकिन जो सबूत दिए गए थे, वे सिद्धांतबद्ध थे और यह फॉरेंसिक लैब में साबित हुआ है.
कन्हैया से डर गई है बीजेपी
उन्होंने बताया कि एंटी नेशनल नारे लगाने वाले असल में एबीवीपी के कार्यकर्ता थे. बीजेपी ने हार्दिक पटेल को चुनाव लड़ने से रोक दिया और अब कन्हैया कुमार को रोकने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे उसकी सफलता से डर गए हैं.
कन्हैया को भारी समर्थन
कन्हैया कुमार के बेगूसराय सीट से जीतने की संभावना पर सीपीआई राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि भूमिहार समुदाय के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय भी बड़ी संख्या में कन्हैया का समर्थन कर रहे हैं साथ ही कन्हैया को इस क्षेत्र के युवाओं का भी समर्थन प्राप्त है.
दिल्ली में AAP को समर्थन देंगे
बीजेपी ने AAP पर कन्हैया कुमार को देशद्रोह के मुकदमे से बचाने का और दिल्ली में सीपीआई और AAP का एक-दूसरे की मदद का आरोप लगाया है. सीपीआई के दिल्ली राज्य सचिव दिनेश वार्ष्णेय ने कहा कि समिति की बैठक हो चुकी है और हमने तय किया है कि हम दिल्ली में एक सीट पर लड़ेंगे. यदि हम उस सीट से नहीं लड़ते हैं तो हम दिल्ली की सभी सीटों पर AAP का समर्थन कर सकते हैं.