नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं. ट्रंप 24 और 25 फरवरी के बीच भारत की यात्रा पर रहेंगें. इस दौरान उनकी अहमदाबाद,आगरा और दिल्ली की यात्रा करने की योजना है.जिसको लेकर तैयरियां अपने चरम पर है, तो वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई)ने अमेरिकी राष्ट्रपति की इस यात्रा के खिलाफ विरोध कार्यक्रम चलाने का एलान किया है.
दिल्ली में ईटीवी भारत से बात करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव डॉ. के नारायण ने कहा है कि वह अहमदाबाद और नई दिल्ली में ट्रम्प को काला झंडा दिखाएंगे.
गौरतलब है कि ट्रंप दो दिन की लंबी यात्रा पर भारत में रहेंगे. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी बैठके करेंगे. ट्रंप अमेरिका से पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से मोटेरा स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, मोटेरा स्टेडियम में 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम के बाद उनका दिल्ली सहित अन्य जगहों पर जाने की योजना है
वहीं ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सीपीआई नेता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आगमन से भारत को बहुत कुछ मिलने की कोई संभावना नहीं दिखती है.
सीपीआई नेता ने कहा कि ' इस यात्रा से हमारे देश को कुछ भी मिलने नहीं जा रहा है बल्कि अमेरिका को बहुत कुछ मिलने की संभावना है,अमेरिका को हथिार और लड़ाकु विमान की आपुर्ति करने का ऑडर मिल सकता है'.
मध्य एशिया में अमेरिकी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए सीपीआई नेता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के 'हाथ खून से सने' हुए है, अमेरिका अपनी पूंजीवादी एजेंडे को जबरन लागू करने के लिए पूरे मध्य एशिया में शांति और स्थिरता को नष्ट कर रहा है, उसके गलत नीति की वजह से फिलिस्तीन पीड़ित है और इराक को पूरी तरह से तबाह कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की नीति पाकिस्तान को भारत के खिलाफ सह देने की रही है.
दूसरी तरफ एआईएमआईएम के नेता द्वारा भड़काऊ बयान देने के मामले पर हमारे संवाददाता के पूछे गए सवाल पर सीपीआई नेता ने कहा कि इस प्रकार के बयान भारत में किसी भी तरह स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने ऐसे बयानों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ' हम ऐसे सांप्रदायिक बयानों का विरोध करते हैं. हम या हमारी पार्टी ऐसे बयानों को कभी भी प्रोत्साहित नहीं करती है. भारत हिंदू और मुसलमान दोनों का है, दोनों मिलजुल कर रहते आए है. नेताओं को ऐसे उकसाने वाले बयान देने से बचना चहिए'.
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गौरतलब है की बीते दिन एआईएमआईएम पार्टी के नेता वारिस पठान ने बेंगलुरु के एक कार्यक्रम में विवादित बयान देते हुए कहा था कि, 100 करोड़ हिंदूओं पर 15 करोड़ मुसलमान भारी पड़ रहे है. हालांकि पठान के इस बयान का चारो तरफ से आलोचना की जा रही है.