नई दिल्ली: आयुष मंत्रालय गोमूत्र से कैंसर का इलाज करने के लिए दवाईयों बनाने पर काम कर रहा है. यह बात आयुष मंत्रालय सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने मीडिया से साझा की.
कोटेचा ने मोदी सरकार की 100 दिनों में हुई आयुष मंत्रालय की उपलब्धियां गिनाईं. इस दौरान उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'आयुष मंत्रालय गोमूत्र से कैंसर का इलाज करने के लिए दवाईयां बनाने पर काम कर रहा है. इसके लिए हम आईआईटी दिल्ली के साथ काम कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा की अभी आईआईटी दिल्ली एक आईटी बेस्ड सिस्टम तैयार कर रहा है, जिसमें गौमूत्र के द्वारा कैंसर के रोग को खत्म करने के लिए जो तरीके इस्तेमाल हुए हैं उनको इकट्ठा किया जा रहा है.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री जन आयोग योजना (पीएम-जेएवाई) में 19 आयुर्वेदिक, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी उपचार पैकेज शामिल करने का प्रस्ताव किया है.
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वहीं आयुष सचिव कोटेचा ने कहा कि 19 आयुष पैकेज को शामिल करने वाले प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है और इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को सौंपा गया है.
आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा ने बताया कि डेंगू का इलाज करने वाली आयुर्वेदिक दवा क्लीनिकल परीक्षण करने के तीसरे एवं अंतिम चरण पर है और इसे अगले दो वर्षों में बाजार में उतार दिया जाएगा.
उन्होंने बताया की इसके लिए आयुष मंत्रालय एवं भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद मिलकर खोज कर रहे हैं और यह दवा भारत में उगने वाली कई प्रकार की औषधियों से तैयार की गई है.
बता दें, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर आयुष मंत्रालय ने 'प्रोफेसर आयुष' नाम की एक कार्टून मैगजीन भी लॉन्च की. इसमें लोगों को घर में मौजूद जड़ी बूटियों से कैसे इलाज किया जाए इस बात की जानकारी दी गई है.