नई दिल्ली : कोरोना को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए देशभर में आज से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया गया. पीएम मोदी ने इस अभियान की शुरूआत की. पूरे देश में इस टीकाकरण को लेकर काफी उस्ताह देखा गया. वहीं, देश की राष्ट्रीय राजधानी के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों ने राष्ट्र से एक अपील की है.
अपील करते हुए इन स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि कोरोना टीकाकरण को लेकर डरने की कोई जरुरत नहीं हैं क्योंकि इस टीका का कोई दुष्प्रभाव नहीं है.
कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अजीत ने कहा कि हम महीनों से एक भयानक जीवन देख रहे हैं. हम वास्तव में कोरोना से अब छुटकारा पाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमें अलग-अलग दवाओं से उम्मीदें थीं, लेकिन कुछ भी संभव नहीं हो पाया. हम निराश हो चुके थे, लेकिन देश के सभी लोगों को इस टीके से काफी उम्मीदें हैं. अब आज हम इसे प्राप्त कर चुके हैं तो बेहद खुशी हो रही है.
राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अजीत ने कहा कि हम अपने अनुभवों का वर्णन नहीं कर सकते क्योंकि हमने पिछले साल काफी मौतें देखी हैं और कष्ट सहे हैं. देश की जनता अब सामान्य जीवन चाहती है.
वहीं, एक स्वास्थ्यकर्मी अमन ने अपने अनुभव को ईटीवी भारत से शेयर करते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान मैं मोर्चरी विभाग में काम कर रहा था. यह बात मेरे माता-पिता को नहीं मालूम थी. उसने बताया कि मैंने ऐसे लोगों को देखा है जो मरने के बाद अपने परिजनों को डेडबॉडी छूने से मना करते थे. यह एक भयानक समय था. आज मैं बेहद खुश हूं कि आखिरकार देश को कोरोना की वैक्सीन मिल गई है.
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एक अन्य स्वास्थ्यकर्मी महेंद्र त्यागी, जिसे आज टीका लगाया गया, ने देशवासियों से अपील की कि अभी अपने मास्क को न हटाएं. नियमित रूप से अपने हाथ धोएं क्योंकि यह कोविड-19 के खिलाफ लड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण हथियार है. वहीं, महेंद्र ने कहा कि कोरोना के टीके से किसी को भी डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. लोगों को आगे आना चाहिए ताकि हमारा देश इस बीमारी से मुक्त हो सके.