जोधपुर : राजस्थान के जोधपुर जिले में देड़ा गांव के सरकारी स्कूल में बनाए गए कोविड-19 वेलनेस सेंटर पर देर रात एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. वहीं इस घटना के बाद प्रशासन के हाथपांव फूल गए.
जिले के देड़ा गांव निवासी युवक नौ दिन पहले गुजरात से लौटान था. युवक को गांव के दस अन्य लोगों के साथ सरकारी स्कूल के कोविड-19 वेलनेस सेंटर में आइसोलेट किया हुआ था. वैलनेस सेंटर प्रभारी शक्ति सिंह बताया कि सात मई सुबह करीब से 7:15 के बीच स्कूल के एक कमरे में उसका शव लटका मिला. घटना की सूचना पर देचू थानाधिकारी हनुमानराम और सेतरावा चौकी प्रभारी बाबूराम मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे. साथ ही घटना की जानकारी लेकर ग्रामीणों व परिजनो के समक्ष शव को नीचे उतरवाया.
सेतरावा पुलिस चौकी प्रभारी बाबूराम ने बताया कि देड़ा निवासी युवक 29 अप्रैल को गांव लौटा था. उसे स्कूल में बनाए गए कोविड-19 वेलनेस सेंटर में आइसोलेट किया गया था. यहां से पांच जनों की अवधि पूरी होने पर 6 मई की शाम उन्हें घर भेज दिया गया. देवाराम सहित पांच जने सेंटर में थे. रात को खाना खाकर सभी सो गए. सात मई गुरुवार के सुबह जब देवाराम कमरे से बाहर नहीं आया तो अन्य लोगों ने उसे आवाज दी. बाहर नहीं आने पर उन्होंने अंदर देखा तो देवाराम को पंखे से लटका हुआ मिला.