श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में कोविड 19 मरीजों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है. अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने नए निर्देश तय किए हैं.
इन नियमों के तहत बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अपने घर में ही अलग रहने का निर्देश जारी किया गया है. हालांकि, अधिकांश रोगी ऐसे हैं, जो घर में क्वारंटाइन की सावधानियों से अनजान हैं.
इस संबंध में ईटीवी भारत ने श्रीनगर, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉ. रउफ हुसैन राथर से इस बारे में बात की, ताकि उनकी सलाह कोरोना के उन मरीजों तक पहुंच सके, जो घर में ही क्वारंटाइन हैं.
डॉ. रउफ ने कहा कि घर पर क्वारंटाइन किए गए लोगों को काफी सावधानी बरतनी चाहिए. पृथक के दौरान वह परिवार के सदस्यों से दूर रहें और एक ही कमरे में रहें. इसके अलावा ठीक से सोना और पौष्टिक भोजन करना चाहिए. साथ ही मरीजों को साफ सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि जम्मू और कश्मीर में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या 28,470 तक पहुंच गई है, जिसमें से 20,943 मरीज रिकवर हो चुके हैं, जबकि 542 मरीजों की मौत भी हुई है.
प्रशासन का कहना है कि वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में कोविड 19 का परीक्षण करने के लिए 7,93, 537 परीक्षण किए गए हैं.
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उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी में कोरोना के मामलों की संख्या 22,093 है, जिसमें 16201 मरीज रिकवर हो चुके हैं, जबकि 501 मरीजों की मौत हो गई है.
वहीं जम्मू प्रांत में कोविड 19 के सकारात्मक मामलों की संख्या 6377 है, जो कि घाटी की तुलना में बहुत कम है. इनमें से 1594 मामले अभी भी एक्टिव हैं और 41 रोगियों की मृत्यु हो गई है.