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दिल्ली : अस्पताल में शवों के साथ रहने को मजबूर कोरोना मरीज - शवों के साथ कोरोना मरीज

दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में कोरोना वार्ड में मरीज मर रहे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. एक मरीज ने वीडियो के माध्यम से अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का पर्दाफाश किया है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 4, 2020, 9:41 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में हर रोज करीब तीन हजार नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. इस बीच एक डरावनी तस्वीर सामने आई है. अस्पताल के कोरोना वार्ड में मरीजों की स्थिति बेहद दयनीय है. दिल्ली के बड़े अस्पतालों में शामिल राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल की हालत और भी खराब है. यहां कोरोना वार्ड में मरीज मर रहे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

एक मरीज ने आरएमएल अस्पताल का वीडियो शेयर करते हुए बताया कि कोरोना वार्ड में मरीज मर रहे हैं, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है. वीडियो में बेड पर मरीज मरा पड़ा है, वहां रह रहे दूसरे मरीजों को परेशानी हो रही है, लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है.

देखें वीडियो

अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप

अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती एक मरीज ने अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठाया है. मरीज ने बताया कि किस तरह अमानवीय परिस्थितियों में उन्हें शवों के साथ रहना पड़ रहा है. मरीजों के परिजनों को नहीं पता कि उनके पिता, भाई, मां या बहन किस हालात में अस्पताल में हैं. उनके साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है.

मरीज का कहना है कि यह मरीज रात में ही मर चुका है. मरने से पहले बहुत रोया, डॉक्टर को बुलाया, लेकिन कोई इधर झांकने तक नहीं आया. अभी तक अस्पताल की तरफ से शव को यहां से हटाने के लिए कोई नहीं आया है. हम सब यहां शव के साथ समय काट रहे हैं.

मरीज का कहना है कि अस्पताल में लगभग 30-40 दिनों से मरीज भर्ती हैं. अपने आसपास शवों को देखकर उनकी मानसिक स्थिति खराब हो रही है. लोगों का मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है. जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं, कम से कम उन्हें तो डिस्चार्ज कर दिया जाना चाहिए.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में हर रोज करीब तीन हजार नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. इस बीच एक डरावनी तस्वीर सामने आई है. अस्पताल के कोरोना वार्ड में मरीजों की स्थिति बेहद दयनीय है. दिल्ली के बड़े अस्पतालों में शामिल राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल की हालत और भी खराब है. यहां कोरोना वार्ड में मरीज मर रहे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

एक मरीज ने आरएमएल अस्पताल का वीडियो शेयर करते हुए बताया कि कोरोना वार्ड में मरीज मर रहे हैं, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है. वीडियो में बेड पर मरीज मरा पड़ा है, वहां रह रहे दूसरे मरीजों को परेशानी हो रही है, लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है.

देखें वीडियो

अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप

अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती एक मरीज ने अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठाया है. मरीज ने बताया कि किस तरह अमानवीय परिस्थितियों में उन्हें शवों के साथ रहना पड़ रहा है. मरीजों के परिजनों को नहीं पता कि उनके पिता, भाई, मां या बहन किस हालात में अस्पताल में हैं. उनके साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है.

मरीज का कहना है कि यह मरीज रात में ही मर चुका है. मरने से पहले बहुत रोया, डॉक्टर को बुलाया, लेकिन कोई इधर झांकने तक नहीं आया. अभी तक अस्पताल की तरफ से शव को यहां से हटाने के लिए कोई नहीं आया है. हम सब यहां शव के साथ समय काट रहे हैं.

मरीज का कहना है कि अस्पताल में लगभग 30-40 दिनों से मरीज भर्ती हैं. अपने आसपास शवों को देखकर उनकी मानसिक स्थिति खराब हो रही है. लोगों का मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है. जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं, कम से कम उन्हें तो डिस्चार्ज कर दिया जाना चाहिए.

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