अहमदाबाद: चुनावी मौसम है और नेताओं की बयानबाजी चरम पर है. कौन सा नेता कब क्या कह जाए, और उसका क्या अर्थ निकल रहा है, इसका कोई इल्म भी नहीं है. गुजरात के एक मंत्री ने राहुल गांधी को विष पीने की चुनौती दे डाली है.
मंत्री गणपत वासव का कहना है कि राहुल गांधी यदि अपने आप को शिव भक्त बताते हैं, तो विष पीकर भक्ति सिद्ध करें. उन्होंने कहा कि विष पीकर भी यदि वे जिंदा रहते हैं, तो वे उन्हें शिवभक्त मान लेंगे.
गणपत जनजाति विकास विभाग के मंत्री हैं. उन्होंने सूरत के बारदोली में एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही.
मंत्री ने कहा कि उन्हें आधा किलो जहर खाना पड़ेगा, तभी वे शिव भक्ति साबित कर सकते हैं.
लोगों को संबोधित करते हुए गणपत ने कहा कि राहुल के समर्थक और कार्यकर्ता उन्हें शिवभक्त मानते हैं. और शिव ने जहर खाकर लोगों की जान बचाई थी. मैं चाहता हूं कि कांग्रेस कार्यकर्ता अपने नेता से भी ऐसी ही अपेक्षा करें. यदि वे जिंद रह गए, तो हम उन्हें मान लेंगे कि वह सच्चे शिव भक्त हैं.
गणपत के बयान को कांग्रेस पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. पार्टी ने कहा कि यह उनके असली चरित्र को सामने रखता है. वे चुनावी हार से बचने के लिए कुछ भी बोले जा रहे हैं.
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि हमारे नेता के बारे में ऐसी टिप्पणी बहुत ही खेदपूर्ण है. वे इस तरह का बयान हताशा में दे रहे हैं. लगता है कि उन्हें अभी से ही हार का भय सताने लगा है.
इससे पहले गणपत बासव का एक और विवादास्पद बयान आया था. बालाकोट हमले का सबूत मांगने पर उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता को साथ लेना चाहिए था. उन्हें जेट में बांधकर उन पर कैमरा भी लगा देना चाहिए, ताकि वे सच्चाई रिकॉर्ड कर सकें.