ग्वालियर : भाजपा ने दावा किया कि शनिवार से यहां जारी तीन दिवसीय सदस्यता अभियान के आयोजन के दूसरे दिन तक ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 14 विधानसभा क्षेत्रों के 35,843 कांग्रेसी कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं.
इसके विपरीत, कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने से ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस पहले से ज्यादा ताकतवर हो गई है.
मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर में संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष यहां विगत दो दिनों में 35,843 कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं.
उन्होंने कहा कि मुरैना से पूर्व कांग्रेस सांसद बारेलाल जाटव एवं ग्वालियर ग्रामीण सीट के पूर्व कांग्रेस विधायक रामवरन सिंह गुर्जर रविवार को भाजपा में शामिल हुए हैं.
मध्य प्रदेश भाजपा की विज्ञप्ति के अनुसार सदस्यता ग्रहण समारोह के दूसरे दिन रविवार को समाचार लिखे जाने तक 14 विधानसभा क्षेत्रों के 35,843 कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले चुके थे. वहीं दो विधानसभा क्षेत्रों के कार्यक्रम जारी थे.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ग्वालियर-चंबल संभाग में भाजपा का तीन दिवसीय सदस्यता ग्रहण समारोह चल रहा है. समारोह के तीसरे दिन 24 अगस्त को ग्वालियर-चंबल संभाग के 11 विधानसभा क्षेत्रों के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, 'लोग कहते थे कि ग्वालियर-चंबल में सिंधिया के जाने से कांग्रेस खत्म हो जाएगी, लेकिन शनिवार को भाजपा के सदस्यता कार्यक्रम का जिस प्रकार से हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, उसको देखकर यही लगा कि कांग्रेस पहले से ज्यादा ताकतवर हो गई है.'
उन्होंने सिंधिया से जुड़े वे वीडियो भी मीडिया को दिखाए, जिसमें वह कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जमकर कोस रहे थे.
वीडियो दिखाने के बाद दिग्विजय ने कहा, 'राजनीति में यह विश्वसनीयता बहुत जरूरी है, क्योंकि पार्टी ने सिंधिया को सब कुछ दिया. सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने सिंधिया को कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य बनाया. वे पार्टी छोड़ गए. सिंधिया से ऐसी उम्मीद नहीं थी.' जब उनसे पूछा गया कि सिंधिया कह रहे हैं कि दिग्विजय के कारण कांग्रेस छोड़ी तो उनका कहना था कि यह आरएसएस का ज्ञान है, जिसमें दलित-आदिवासी और दिग्विजय सिंह छूआछूत का विषय हैं और अब उसे सिंधिया ने अपना लिया है.
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि जिनका आजादी की लड़ाई में योगदान नहीं है, वे मोतीलाल नेहरू और दूसरे नेताओं के सवाल नहीं करें.
दिग्विजय रविवार को ग्वालियर में उस धरने में जाकर भी कुछ देर बैठे, जहां पर युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता भाजपा सदस्यता अभियान कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे. यह धरना रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर दिया जा रहा था.
इसी बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर-चम्बल संभाग) के.के. मिश्रा ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने ग्वालियर में सदस्यता अभियान आयोजित कर कोविड़-19 को लेकर भारत सरकार के गृहमंत्रालय के आदेश की गाइडलाइन का उल्लंघन किया है. हमारी पार्टी भाजपा के इस सदस्यता अभियान का विरोध करेगी.