नई दिल्ली : पंजाब के होशियारपुर जिले में बिहार की एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर तीखे हमले किए, इसके जवाब में कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूरे मामले का राजनीतिकरण कर रही है.
भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व की आलोचना को खारिज करते हुए, कांग्रेस महिला प्रमुख सुष्मिता देव ने इस मामले पर आक्रामक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा आप एक सार्वजनिक प्रतिनिधि नहीं हैं, आप केवल एक विशेष विचारधारा के गुलाम हैं.
उन्होंने कहा कि मैं यह देखकर हैरान, निराश और दुखी हूं, कि इन नेताओं ने होशियारपुर में एक युवा लड़की की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आज बहुत समय और ऊर्जा खर्च की और कांग्रेस नेताओं से सवाल करते हुए कि वह हाथरस क्यों गए हैं और होशियारपुर नहीं.
इससे पहले निर्मला सीतारमण, प्रकाश जावड़ेकर और डॉ. हर्षवर्धन सहित तीन केंद्रीय मंत्रियों ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि उनकी हाथरस यात्रा बलात्कार की घटनाओं के खिलाफ चयनित थी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की चुप्पी, जो हाथरस की पिकनिक यात्रा पर गए थे, उन्होंने बीजेपी को होशियारपुर की घटना पर सवाल उठाने के लिए मजबूर किया है.
इसपर कांग्रेस नेता ने वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि निर्मला सीतारमण, आपने न केवल अपने मंत्रालय में अपनी अक्षमता साबित की है, बल्कि आप एक महिला मंत्री भी हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हाथरस जाने का एक कारण यह था कि अधिकांश नेताओं ने यह महसूस किया कि हाथरस जाना उनका कर्तव्य है, क्योंकि हाथरस के मामले में पुलिस ने एफआईआर लिखने से इनकार कर दिया था, जबकि पंजाब में न केवल पॉक्सो और IPC की धाराओं के साथ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, बल्कि 36 घंटों के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
कांग्रेस ने दावा किया कि सीएम और डीजीपी व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देख रहे हैं. होशियारपुर की घटना के तुलना करें, तो हाथरस हादसे में, यूपी सरकार ने पीड़िता को अस्पताल में 10 दिनों के लिए छोड़ दिया था और 11 दिनों तक उसकी फोरेंसिक रिपोर्ट नहीं आई थी.
उन्होंने कहा कि आपने फोरेंसिक सबूतों को छोड़ दिया, क्योंकि यह आपके अनुकूल था. आप इस मामले को यह साबित करना चाहते थे कि वहां कोई रेप नहीं हुआ, लेकिन पंजाब सरकार ने इस मामले को पॉक्सो के सबसे सख्त सेक्शन के साथ फास्ट ट्रैक में सुनवाई के लिए भेजा है, जिनमें मृत्युदंड की सजा का प्रावधान है.
कई अन्य बिंदुओं का उल्लेख करते हुए, महिला कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यूपी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है, जिला मजिस्ट्रेट ने पीड़ित परिवार को धमकी दी, मीडिया को गांव में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया और यहां तक कि स्थानीय भाजपा नेताओं ने अभियुक्तों के समर्थन में रैलियां कीं.
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी भयावह घटना की त्वरित जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों की तत्काल सुनवाई और सजा का भी आह्वान किया है.
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हाथरस मामले में वित्त मंत्री की चुप्पी और होशियारपुर के मामले को आवाज उठाने के बजाय, सुष्मिता देव ने कहा मुझे उम्मीद है कि वह इस तरह एक संवेदनशील मुद्दे के प्रति अपनी असंवेदनशीलता प्रदर्शित करना बंद करेंगीं. वह इस का राजनीतिकरण न करें.
देश समझ गया है कि आप अचानक गहरी नींद से जाग गए हैं, क्योंकि बिहार चुनाव मोड में है.