नई दिल्ली : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 23 जून को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक बुलाई है. इस दौरान कोरोना वायरस महामारी के बीच देश में मौजूदा हालात, अर्थ व्यवस्था पर कोरोना के प्रभाव और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के अलावा चीन और नेपाल के साथ सीमा तनाव पर चर्चा की जाएगी.
बैठक सोनिया गांधी के नेतृत्व में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की जाएगी, जिसमें सीडब्ल्यूसी सदस्यों के साथ, विशेष आमंत्रित और मुख्यमंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना है.
जैसा कि भारत और चीन दोनों देश इस समय कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर सीमा तनाव को कम करने की कोशिश कर हैं तो कांग्रेस लगातार केंद्र से सभी विपक्षी दलों को इस मामले पर विश्वास में लेने की मांग कर रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि चौंकाने वाला, अविश्वसनीय और अस्वीकार्य. क्या रक्षा मंत्री पुष्टि करेंगे? कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर केंद्र सरकार की खिंचाई की और फैसला वापस लेने की मांग की.
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कोरोना के आर्थिक प्रभाव के विषय में, कांग्रेस लगातार सरकार से गरीबों, किसानों, प्रवासी मजदूरों, छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसायों के लिए धन उपलब्ध कराने की मांग कर रही है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के एक हालिया ट्वीट में, उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर सरकार अभी अर्थ व्यवस्था को शुरू करने के लिए पैसे नहीं डालती तो गरीब बरबाद हो जाएंगे. मध्यम वर्ग नया गरीब बन जाएगा और पूंजीवादी पूरे देश के मालिक होंगे.
गत 23 अप्रैल को हुई सीडब्ल्यूसी की पिछली बैठक में, कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि सत्ताधारी भाजपा सरकार कोरोना वायरस महामारी के बीच सांप्रदायिक विभाजन को हवा देना चाहती है. सीडब्ल्यूसी ने कोरोना वायरस महामारी संकट से निबटने के लिए समाधान विकसित करने के लिए राज्यों के सशक्तिकरण के बारे में भी चर्चा की थी.