नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) का जल्द अधिवेशन बुला सकती है. इस दौरान पार्टी संगठनात्मक सुधारों पर चर्चा भी की जाएगी. इससे पहले 19 दिसंबर को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने जानकारी दी कि हाल ही में दो नेता जो सोनिया गांधी की सलाहकार समिति का हिस्सा हैं, ने पत्र लिखने वालों नेताओं में से एक नेता से मुलाकात की, ताकि भविष्य के कार्यों पर चर्चा की जा सके.
कांग्रेस पहले ही विभिन्न राज्यों में संगठनात्मक सुधारों की शुरुआत कर चुकी है. शनिवार को पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनावों से पहले तमिलनाडु कांग्रेस में नियुक्तियों की एक सूची जारी की, जो अप्रैल-मई में निर्धारित की गई हैं.
नई नियुक्तियां तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष, महासचिव, कार्यकारी समिति के सदस्य, पदेन सदस्य, कोषाध्यक्ष और अन्य सदस्यों के पदों के लिए की जा रही हैं.
हालांकि कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने एक बार फिर नियुक्तियों पर अपनी असहमति जताई है. उन्होंने कहा कि इन समितियों से कोई लक्ष्य हासिल नहीं होगा.
कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा कि इन जंबो समितियों से कोई मकसद पूरा नहीं होगा. 32 उपाध्यक्ष, 57 महासचिव, 104 सचिव. किसी के पास कोई ताकत नहीं है, जिसका अर्थ है कि कोई जवाबदेही भी नहीं होगी.
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इसके अलावा सभी नजरें राजस्थान कांग्रेस में होने वाली नई नियुक्तियों पर हैं, जिसकी घोषणा कांग्रेस पार्टी जल्द ही करने वाली है, राज्य में नई नियुक्तिया राज्य में पार्टी के भाग्य का फैसला करेगी.
एआईसीसी ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच राजनीतिक उथल-पुथल के बाद सभी कार्य समितियों, विभागों को भंग कर दिया था. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इन नियुक्तियों में पायलट के खेमे से कुछ लोगों को शामिल किया जा सकता है.
सबसे महत्वपूर्ण बात कांग्रेस को पार्टी अध्यक्ष के पद पर फैसला करना होगा. यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि राहुल गांधी पद के लिए अपनी उम्मीदवारी भरेंगे या कोई और पार्टी का नेतृत्व करेगा.