नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद भवन में देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी बेरोजगारी को लेकर आकड़े जारी किए. इन आकड़ों के मुताबिक भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर बढ़कर 2017-18 में 5.3 पहुंच गई है. 2013-14 में बेरोजगारी दर 2.9 फीसदी थी.
श्रम और रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने राज्यसभा में कांग्रेस सांसद कुमार केतकर द्वारा हर तिमाही में बेरोजगारी दर के बढ़ने पर एक सवाल के जवाब में इन आकड़ों की पुष्टि की.
इस मुद्दे पुर कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने ईटीवी भारत से बात की. जयवीर ने इन ताजा जारी आकड़ों को लेकर भाजपा सरकार की आलोचना की.
उन्होंने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी केवल हेडलाइन प्रबंधन में रुचि रखती है, न कि अर्थव्यवस्था प्रबंधन में.'
जयवीर ने कहा कि देश को भारतीय जनता पार्टी ने बेरोजगारी का तोहफा दिया है. देश को नौकरी मुक्त और देश के युवा को रोजगारविहीन बनाना ही भाजपा सरकार का उद्देश्य है.
शेरगिल ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में देश में बेरोजगारी की दर विश्व की बेरोजगारी दर से दो गुना ज्यादा बढ़ गई है. इस सरकार का ध्यान रोजगार मुहैया कराने के बजाय देश को गुमराह करने में है.
उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा से बेरोजरगारी और खराब अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर कन्नी काटती रही है. इस वजह से लोकतांत्रिक विभाजन लोकतांत्रिक आपदा बन जाएगी, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए काफी खतरनाक है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा किये गये सर्वेक्षणों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में अनुमानित बेरोजगारी दर 2013-14 में 2.9%, 2015-16 में 3.4% और 2017-18 में 5.3% रही.
वहीं शहरी क्षेत्रों में, बेरोजगारी दर पहली बार 2013-14 के 4.9% के मुकाबले 2015-16 में घटकर 4.4% हो गई थी और 2017-18 में यह दर तेजी से बढ़कर 7.7% हो गई है.
शेरगिल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार गहरी नीद में सो रही है और उसे देश में फैली बैरोजगारी की समस्या नजर नहीं आ रही है. सरकार बेरोजगारी के असल तथ्यों और आकड़ों को देश से छुपा रही है. वास्तव में देश में बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत तक पहुंच गई है.
भाजपा का मिशन देश में धर्म के नाम पर नफरत और हिंसा की राजनीति करके देश का ध्यान भटकाना है.