कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता शकील अहमद को निलंबित कर दिया है. पार्टी ने ये अनुशासनात्मक कार्रवाई शकील के मधुबनी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण की है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोती लाल वोरा ने शकील के निलंबन आदेश पर साइन किए.
2019-05-05 18:39:33
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने निलंबन पत्र पर साइन किए
कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता शकील अहमद को निलंबित कर दिया है. पार्टी ने ये अनुशासनात्मक कार्रवाई शकील के मधुबनी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण की है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोती लाल वोरा ने शकील के निलंबन आदेश पर साइन किए.
2019-05-05 07:43:42
BREAKING NEWS
नई दिल्ली: (अपडेट जारी है)
लोकसभा चुनाव की तैयारी चल रही है. राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. वे एक दूसरे पर खूब तंज कस रहे हैं. नेताओं की बयानबाजी भी खूब हो रही है. कोई भी किसी को कोई मौका देना नहीं चाहता है.
आपको बता दें कि इस चुनाव में बहुत सारे मुद्दे उछाले जा रहे हैं. कौन सा विषय जनता को प्रभावित करेगा, यह कहना मुश्किल है.
जिन मुद्दों को तरजीह दी जा रही है, उनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, बेरोजगारी, गरीबों को दी जाने वाली मदद और किसानों की समस्या प्रमुख मुद्दे हैं. इसके अलावा भी कई सारे मुद्दे हैं.
इस बार यह भी देखा जा रहा है कि भाजपा ने जहां कई वरिष्ठ नेताओं के टिकट काट दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने जीत दिलाने वाले नेताओं पर दांव लगाया है. फिर चाहे उनकी उम्र कितनी भी क्यों न हो.
कौन सी पार्टी किसके साथ है, यह भी कहना मुश्किल है. एक ओर विपक्षी पार्टियों ने गठबंधन का ऐलान किया है, तो वहीं कई राज्यों में वे एक दूसरे के खिलाफ मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे है. बता दें, लोकसभा चुनाव सात चरणों में होना है.
2019-05-05 18:39:33
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने निलंबन पत्र पर साइन किए
कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता शकील अहमद को निलंबित कर दिया है. पार्टी ने ये अनुशासनात्मक कार्रवाई शकील के मधुबनी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण की है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोती लाल वोरा ने शकील के निलंबन आदेश पर साइन किए.
2019-05-05 07:43:42
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नई दिल्ली: (अपडेट जारी है)
लोकसभा चुनाव की तैयारी चल रही है. राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. वे एक दूसरे पर खूब तंज कस रहे हैं. नेताओं की बयानबाजी भी खूब हो रही है. कोई भी किसी को कोई मौका देना नहीं चाहता है.
आपको बता दें कि इस चुनाव में बहुत सारे मुद्दे उछाले जा रहे हैं. कौन सा विषय जनता को प्रभावित करेगा, यह कहना मुश्किल है.
जिन मुद्दों को तरजीह दी जा रही है, उनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, बेरोजगारी, गरीबों को दी जाने वाली मदद और किसानों की समस्या प्रमुख मुद्दे हैं. इसके अलावा भी कई सारे मुद्दे हैं.
इस बार यह भी देखा जा रहा है कि भाजपा ने जहां कई वरिष्ठ नेताओं के टिकट काट दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने जीत दिलाने वाले नेताओं पर दांव लगाया है. फिर चाहे उनकी उम्र कितनी भी क्यों न हो.
कौन सी पार्टी किसके साथ है, यह भी कहना मुश्किल है. एक ओर विपक्षी पार्टियों ने गठबंधन का ऐलान किया है, तो वहीं कई राज्यों में वे एक दूसरे के खिलाफ मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे है. बता दें, लोकसभा चुनाव सात चरणों में होना है.